राजधानी लखनऊ स्थित संजय गांधी परस्नातक आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI)के ऑपरेशन थियेटर में सोमवार को आग लगने के कारण उत्पन्न व्यवधान के चलते दूसरे वार्ड में स्थानांतरित किये गये दो मरीजों की मौत हो गयी। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री एवं उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि मामले की बिंदुवार जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस घटना पर सीएम योगी ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से इस मामले में जवाब मांगा है।
एसजीपीजीआई द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, संस्थान के पुराने ऑपरेशन थियेटर में अपराह्न 12 बजकर 40 मिनट पर एक मॉनिटर से चिंगारी निकलने के कारण आग लग गयी तथा आग पहले ‘वर्क स्टेशन’ पर और फिर पूरे ऑपरेशन थियेटर में फैल गयी। बयान के अनुसार, आग लगने के बाद अग्निशमन प्रणाली को तुरंत सक्रिय किया गया और आग पर काबू पाया गया। उसमें कहा गया है, “ऑपरेशन थियेटर में मौजूद सभी मरीजों को आईसीयू में स्थानांतरित किया गया। घटना के वक्त ऑपरेशन थियेटर में एक महिला रोगी की ‘एण्डोसर्जरी’ की जा रही थी और उसे बचाया नहीं जा सका।” बयान में कहा गया है, “ साथ ही करीब एक महीने के एक बच्चे को भी नहीं बचाया जा सका। घटना के वक्त उसके हृदय की सर्जरी की जा रही थी। उसे धुएं के कारण ऑपरेशन थियेटर से निकालकर आईसीयू में लाया गया था।”
उप महानिरीक्षक (अग्निशमन) जुगल किशोर तिवारी ने बताया कि अपराह्न 12 बजकर 58 मिनट पर आग लगने की जानकारी मिली थी और पांच मिनट के अंदर दमकल की गाड़ियां मौक पर पहुंच गई थीं और उन्होंने आग पर काबू पा लिया लेकिन करीब-करीब पूरी मंजिल जल चुकी थी। उन्होंने कहा कि वहां लोगों से पूछताछ की गयी तो पता चला कि घटना के वक्त तीन मरीजों के ऑपरेशन की प्रक्रिया चल रही थी। उन्होंने कहा कि फिलहाल लगता है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी है।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि मामले की बिंदुवार जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा सम्भाल रहे पाठक ने एक बयान में कहा, ”पीजीआई में हुई घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। इसकी उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिये गये हैं। आग किन कारणों से लगी, कैसे लगी, पूरी बिंदुवार जांच की जाएगी। प्रमुख सचिव पार्थसारथी सेन शर्मा को तत्काल मौके पर जाने को कहा गया है और घटना में जो दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।