शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के आठ सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों का गोवा के पणजी में भारतीय विदेश मंत्री डॉ एस. जयशंकर ने स्वागत किया। भारतीय विदेश मंत्री डॉ एस. जयशंकर ने पणजी में SCO महासचिव झांग मिंग, कजाकिस्तान के विदेश मंत्री मुख्तार तिलुबर्दी, चीन के विदेश मंत्री किन गैंग, ताजिकिस्तान के विदेश मंत्री सिरोजिद्दीन मुहरिद्दीन, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी, उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्री बख्तियोर सैदोव, किर्गिस्तान, और कजाकिस्तान के विदेश मंत्रियों का स्वागत किया। यह बैठक नई दिल्ली में जुलाई में होने वाले एससीओ नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए मंच तैयार करेगी। आज 5 मई का दिन शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के लिए बेहद अहम है। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के विदेश मंत्री आज अपने विचार-विमर्श में जुलाई में समूह के शिखर सम्मेलन के विचार के लिए 15 निर्णयों या प्रस्तावों के एक सेट को अंतिम रूप देंगे। प्रस्तावों का उद्देश्य व्यापार, प्रौद्योगिकी, वाणिज्य, सुरक्षा और सामाजिक-सांस्कृतिक संबंधों के क्षेत्रों में एससीओ सदस्य देशों के बीच सहयोग का विस्तार करना है। इसके अलावा यूक्रेन समस्या पर भी चर्चा की जाएगी।
भारतीय विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने बिलावल भुट्टो की मौजूदगी में आतंकवाद का मुद्दा उठाया। डॉ. जयशंकर ने कहाकि, आतंकवाद को हर हाल में रोकना होगा। किसी भी कीमत पर इससे समझौता नहीं किया जा सकता। टेरर फंडिंग पर लगाम लगाने की जरूरत पर भी सभी को ध्यान देना होगा।