राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने सोमवार को झारखंड के देवघर स्थित वैद्यनाथ धाम मंदिर में पूजा-अर्चना की।
लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी ने सुबह-सुबह मंदिर परिसर पहुंचे ,जहां कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें मंदिर के गर्भगृह में ले जाया गया। दोनों नेजल, दूध, पंचामृत के साथ ज्योतिर्लिंग का अभिषेक किया और इसके बाद मंत्रोच्चार के बीच फूल, बेलपत्र, मदार, धतूरा अर्पित किया। बाद में दोनों दुमका जिला स्थित वासुकीनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए रवाना हो गए।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शंकर के 12 ज्योतिर्लिंगों में से देवघर के बाबा वैद्यनाथ एक हैं। इसकी प्रसिद्धि मनोकामना ज्योतिर्लिंग के रूप में है। देवघर का यह अतिप्राचीन मंदिर सैकड़ों वर्षों से आस्था का केंद्र रहा है।
पौराणिक मान्यताओं में देवघर को हृदयापीठ कहा जाता है, क्योंकि यहां मां सती का हृदय गिरा था। श्रद्धालुओं का मानना है कि यहां सच्चे मन से उपासना करने से हर मनोकामना पूरी होती है।
उल्लेखनीय है कि इस महीने इस दंपत्ति ने कई मंदिरों में पूजा-अर्चना की की है। इससे पहले 4 सितंबर को लालू यादव ने राबड़ी देवी के साथ सोनपुर के हरिहरनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक किया था। 6 सितंबर को जन्माष्टमी पर वो बड़े बेटे तेज प्रताप के साथ बांके बिहारी मंदिर भी गए थे। यहां नंदी के कान में उन्होंने अपनी मन्नत भी बोली थी।
लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी कल ही देवघर पहुंच गए थे। उनका झारखंड सरकार के मंत्री बादल पत्रलेख और सत्यानंद भोक्ता के अलावा की झारखंड प्रदेश इकाई के नेताओं-कार्यकर्ताओं ने गाजे-बाजे के साथ जोरदार स्वागत किया।