प्रधानमंत्री मोदी ने बीकानेर में 26 हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया
नई दिल्ली, 22 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राजस्थान के बीकानेर में 26 हजार करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास और लोकार्पण किया। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने विकास उपलब्धियों के साथ आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ता को सामने रखा। कार्यक्रम में 8 राज्यों से राज्यपाल, मुख्यमंत्री और अन्य जन प्रतिनिधियों सहित जनता भी जुड़ी थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को बीकानेर जिला स्थित देशनोक रेलवे स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में 103 पुनर्विकसित ‘अमृत स्टेशनों’ का उद्घाटन किया। ये स्टेशन 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 86 जिलों में स्थित हैं और इन्हें 1100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। इस अवसर पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी उपस्थित रहे।
इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने रेलवे नेटवर्क के आधुनिकीकरण प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने वंदेभारत, अमृत भारत और नमो भारत ट्रेनों का उल्लेख किया, जो आधुनिक रेल कनेक्टिविटी का प्रतीक हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 11 वर्षों में कई नई रेलवे पटरियों का निर्माण किया गया है और बिना मानव स्तर क्रॉसिंग को समाप्त किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने विशेष माल गलियारों के विकास और भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना की प्रगति पर भी चर्चा की।
मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 1,300 स्टेशनों के आधुनिकीकरण की बात की। उन्होंने विभिन्न स्टेशनों के उदाहरण दिए, जिसमें स्थानीय कला और संस्कृति को प्रदर्शित किया गया है। उन्होंने कहा कि ये स्टेशन केवल भारतीय विरासत को संरक्षित नहीं करते बल्कि पर्यटन को बढ़ावा देने में भी सहायक हैं।
मोदी ने राजस्थान की भूमि के ऐतिहासिक महत्व को याद करते हुए कहा कि पानी की अहमियत को समझते हुए केन्द्र और राज्य सरकार सिंचाई परियोजनाओं पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में बुनियादी ढांचे के विकास पर काम चल रहा है। पिछले 11 वर्षों में लगभग 70 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। मोदी ने कहा कि इस वर्ष केंद्र सरकार ने राजस्थान में रेलवे विकास के लिए 10 हजार करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई है।
प्रधानमंत्री ने राजस्थान के औद्योगिक विकास पर भी ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने बताया कि बिकानेरी भुजिया और रसगुल्ले की वैश्विक पहचान बढ़ेगी। राजस्थान का रिफाइनरी प्रोजेक्ट अंतिम चरण में है, जो राज्य को पेट्रोलियम उद्योग का प्रमुख केंद्र बनाएगा। उन्होंने पीएम सूर्या घर मुफ्त बिजली योजना के तहत 40 हजार लोगों को लाभान्वित होने की बात की। इसके साथ ही, उन्होंने जल, स्वास्थ्य और बिजली परियोजनाओं के शुभारंभ की जानकारी दी।
मोदी ने कहा कि वे करणी माता के आशीर्वाद लेकर आए हैं, जो देश के विकास की संकल्प शक्ति को और मजबूत करती है। उन्होंने विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास की महत्व को उजागर किया। प्रधानमंत्री ने पिछले 11 वर्षों में भारत के बुनियादी ढांचे में हो रहे बदलावों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत अब बुनियादी ढांचे के विकास में पहले की तुलना में छह गुना अधिक निवेश कर रहा है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय रेल की मूल संरचना में अभूतपूर्व परिवर्तन किए हैं। इस अवधि में 34 हजार किलोमीटर नई पटरियां बिछाई गई हैं, जो जर्मनी के कुल रेल नेटवर्क से अधिक है। 47 हजार किलोमीटर से अधिक रेल मार्गों का विद्युतीकरण किया गया है। ‘नमो भारत’, ‘वंदे भारत’ जैसी कई नई पीढ़ी की ट्रेनें शुरू की गई हैं। पहली बार छोटे स्टेशनों के पुनर्विकास पर किसी प्रधानमंत्री ने ध्यान केंद्रित किया है।”
इसके अलावा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने देशनोक स्टेशन से बीकानेर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन को रवाना किया। इससे पहले उन्होंने देशनोक में करणी माता मंदिर में दर्शन किए। देशनोक स्टेशन का पुनर्विकास ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के अंतर्गत किया गया है। यह स्टेशन ‘अर्च एंड कॉलम’ शैली में मंदिर वास्तुकला से प्रेरित है।
प्रधानमंत्री मोदी ने चुरू-सादुलपुर रेललाइन की आधारशिला रखी। इसके साथ ही उन्होंने 100 प्रतिशत विद्युतीकरण के लक्ष्य के तहत 1 हजार किलोमीटर से अधिक रेल खंड राष्ट्र को समर्पित किए। प्रधानमंत्री ने सड़क, बिजली और जल परियोजनाओं समेत 26 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की शुरुआत की। उन्होंने 750 किलोमीटर से अधिक लंबे 12 राज्य राजमार्गों के उन्नयन की परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी।
प्रधानमंत्री ने बीकानेर, उदयपुर में सौर ऊर्जा परियोजनाओं का उद्घाटन किया और कई विद्युत प्रसारण परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया। इसके साथ ही, उन्होंने राज्य में चार नर्सिंग कॉलेजों और जलापूर्ति परियोजनाओं की भी शुरुआत की।
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