जिस तरह से राहुल गांधी ने संसद में अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कई आरोप लगाए उसके बाद भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने बुधवार को लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार के हनन का नोटिस दिया है। निशिकांत दुबे ने अपने पत्र में लिखा है कि राहुल गांधी ने पीएम मोदी के खिलाफ निराधार आरोप लगाए हैं, उनके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की है। राहुल गांधी ने जो भी आरोप लगाए हैं उसके समर्थन में उनके पास कोई सबूत नहीं हैं। कुछ बयान जो राहुल ने दिए हैं उसे बाद में रिकॉर्ड से हटा भी दिया गया।
निशिकांत दुबे ने कहा कि राहुल गांधी ने जो आरोप लगाए हैं, वह भ्रामक हैं, आपत्तिजनक हैं, अभद्र और असंसदीय, अशोभनीय और संसद व प्रधानमंत्री के पद के लिए अमर्यादित हैं। इस तरह के बयान देने के बाद राहुल गांधी को अपने बयान के पक्ष में दस्तावेज जमा करने थे, लेकिन उन्होंने अभी तक ऐसा नहीं किया है। मैं अपील करता हूं कि आप राहुल गांधी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करें और उनके खिलाफ सदन की अवमानना का विशेषाधिका नोटिस लाएं।
बता दें कि राहुल गांधी के बयान पर काफी विवाद हुआ था, उनके बयान पर पलटवार करते हुए कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने सदन में कहा कि इस वह पीएम मोदी के खिलाफ इस तरह के आरोप ना लगाएं। राहुल गांधी ने सदन में कुछ तस्वीरें भी दिखाई जिसकी सभापति ने इजाजत नहीं दी थी। लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि अगर आप पोस्ट दिखाते हैं तो भाजपा आपको राजस्थान के मुख्यमंत्री का अडानी के साथ तस्वीर दिखाएगी। संसद इस तरह की चीजों के लिए नहीं है।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि संसद के नियम के अनुसार सदन में कोई भी आरोप बिना पूर्व नोटिस के कोई सांसद नहीं लगा सकता है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कल निराधार आरोप लगाए। उनका बयान सदन के रिकॉर्ड से हटाया जाना चाहिए और उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस लाना चाहिए। राहुल गांधी को नोटिस दिया जाना चाहिए।