आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम के बाद आज (बुधवार) नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक होगी।
ऑपरेशन सिंदूर और युद्धविराम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में यह पहली पूर्ण मंत्रिमंडल बैठक है।
सूत्रों के अनुसार, बताया जा रहा है किइस बैठक में भारत की संघर्ष के बाद की रणनीति और राष्ट्रीय सुरक्षा की समीक्षा की उम्मीद की जा रही है।
बता दें कि 10 मई को घोषित युद्धविराम समझौता तीन दिन की तीव्र सैन्य कार्रवाई के बाद हुआ था।
भारत-पाक युद्धविराम की घोषणा से पहले स्थिति तेजी से बिगड़ी और भारतीय वायुसेना ने जोरदार तरीके से हवाई हमले किए गये, जिनमें पाकिस्तान के 11 एयरबेसों को नष्ट कर दिया गया। इस घटनाक्रम ने सैन्य समीकरण को काफी बदल दिया।
इस यद्ध की खास बात यह रही कि युद्धविराम की पहली घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ही की थी, जिन्होंने कहा था कि कूटनीतिक प्रयासों से दोनों देशों को बातचीत की मेज पर लाने में सफलता मिली है।
अमेरिकी अधिकारियों ने बाद में इस बात की पुष्टि की कि उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने ही नई दिल्ली और इस्लामाबाद के नेताओं के साथ मिलकर समझौता करवाया था।
और इस तरह से अमेरिका की मध्यस्थता की भूमिका को स्वीकार किया गया है, हालांकि भारत ने यह कहते हुए दोहराया कि उसने आत्मरक्षा में कार्रवाई की और ऑपरेशन सिंदूर के जरिए अपने लक्ष्य को स्वतंत्र रूप से हासिल किया।
बता दें कि बुधवार की मंत्रिमंडल बैठक से पहले सोमवार को प्रधानमंत्री ने अपने आवास पर एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की थी, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और तीनों सेना प्रमुख- थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने भाग लिया था।
आज कीमंत्रिमंडल की बैठक में अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक पहुंच बनाने के प्रयासों और पाकिस्तान के साथ सख्त शर्तों के तहत भविष्य में संभावित बातचीत पर भी चर्चा कर सकता है।