प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को केरल के वायनाड पहुंचे। जहां उन्होंने भूस्खलन प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को केरल के वायनाड में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद उन्होंने आपदा से प्रभावित स्थल का दौरा किया।

हवाई सर्वेक्षण के दौरान पीएम मोदी ने इरुवाझिंजी पुझा नदी के उद्गम स्थल पर भूस्खलन वाले स्थान को देखा। इसके साथ ही उन्होंने त्रासदी से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों का भी निरीक्षण किया। प्रधानमंत्री का यह दौरा वायनाड में हुए भूस्खलन के पीड़ितों को सहायता देने और स्थिति का जायजा लेने के लिए किया गया है।

अपने इस दौरे के दौरान पीएम मोदी एक बैठक की अध्यक्षता करेंगे जिसमें वो राहत-पुनर्वास के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा करेंगे। इसके बाद अस्पताल में घायलों से मुलाकात करेंगे।

 

बता दें कि जुलाई के आखिरी सप्ताह में केलर के वायनाड में भारी बारिश के बाद हुए भारी भूस्खलन सें 300 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी और सैंकड़ों लोग घायल हुए थे।

अधिकारियों के मुताबिक, मोदी एयर इंडिया वन विमान से पूर्वाह्न करीब 11 बजे कन्नूर हवाई अड्डे पर उतरे, जहां केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने उनकी अगवानी की।

पीएम मोदी का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब विपक्ष लगातार वायनाड त्रासदी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और इस त्रासदी में प्रभावित लोगों के लिए मुआवजा बढ़ाने की मांग कर रहा है। केरल सरकार ने आपदाग्रस्त क्षेत्र में पुनर्वास और राहत कार्यों के लिए 2,000 करोड़ रुपये की सहायता मांगी है।

पीएम मोदी के वायनाड दौरे को लेकर नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने पीएम मोदी का धन्यवाद करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, वायनाड में आकर इस भयानक त्रासदी का व्यक्तिगत रूप से जायजा लेने के लिए आपका धन्यवाद। यह एक अच्छा निर्णय है। मुझे पूरा विश्वास है कि एक बार जब प्रधानमंत्री जी तबाही की भयावहता को प्रत्यक्ष रूप से देखेंगे, तो वे इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित कर देंगे।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूस्खलन में मरने वालों के लिए दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। केरल के मुख्‍यमंत्री पी. विजयन ने कहा कि राज्य सरकार पीड़ितों की हर संभव मदद कर रही है। भूस्खलन से प्रभावित लोगों को आश्रय, भोजन और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।

अधिकारियों ने बताया कि वायनाड में बचाव अभियान में शामिल दल प्रधानमंत्री को निकासी प्रयासों के बारे में जानकारी देंगे। उन्होंने बताया कि मोदी राहत शिविर और अस्पताल जाएंगे, जहां वह पीड़ितों और भूस्खलन वाले क्षेत्रों से निकाले गए लोगों से मुलाकात करेंगे।

अधिकारियों के अनुसार, मोदी इसके बाद एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें उन्हें आपदा और उसके बाद जारी राहत प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी।

केरल के वायनाड जिले में 30 जुलाई को बड़े पैमाने पर हुई भूस्खलन की घटनाओं में कम से कम 226 लोगों की मौत हो गई थी। क्षेत्र में कई लोग अब भी लापता हैं।

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