उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बरेली जिले में मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत बने मकान को गिराए जाने के वायरल वीडियो को लेकर योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्हों तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी ने आवास बनवाया, मुख्यमंत्री जी के प्रशासन ने बुलडोज़र चलवाया। ये दिल्ली-लखनऊ की आपसी लड़ाई में कोई परिवारवाला बेघर क्यों हो ? उन्होंने कहा कि इससे साफ झलकता है प्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार में आपसी मत भेद है। उन्होंने ट्वीटर पर पीड़ित परिवारा का वीडियो भी शेयर किया है।
अमेठी जिले पीएम आवास योजना के तहत बने मकान पर प्रशासन ने बुलडोजर चला कर धरासायी कर दिया। पीड़ित मां बेटे ने रो- रोकर बताया कि बिना किसी नोटिस के घर को गिरा दिया गया है। पीड़ित ने बताया कि लेखपाल, वर्तमान प्रधान एवं पूर्व प्रधान ने जांच करते हुए जमीन चिन्हित की थी। इस पर उसने मकान बनवाया था। यह मकान अप्रैल 2023 में बनकर तैयार हो गया था इसके बाद पीड़ित कमाने के लिए बाहर चला गया। इसी प्रशासन मकान पर बुलडोजर चला दिया।
जानकारी के मुताबिक मामला अमेठी के खाझा ग्राम के निवासी रंजीत पाल अपनी मां के साथ मंगलवार दोपहर में जिला मुख्यालय गौरीगंज में स्थित कलेक्ट्रेट पहुंचे मां बेटे दोनों ने रोते हुए जिलाधिकारी को बताया कि सरकारी कॉलोनी को पुलिस और राजस्व विभाग की टीम ने गिरा दिया। जिलाधिकारी महोदय ने मां बेटे दोनों को घर पहुंचने का निर्देश दिया। डीएम ने अमेठी एसडीएम को मौके पर निरीक्षण करने का आदेश दिया।
अमेठी की एसडीएम प्रीति तिवारी ने बताया कि पीड़ित झूठ बोल रहा है। गांव में 50 मीटर के अंदर उसके 2 मकान और हैं उसके द्वारा अवैध अतिक्रमण कर सरकारी जमीन पर यह तीसरा निर्माण कार्य किया गया था, इसको नोटिस देने के बाद हटाया गया और सरकारी जमीन खाली कराई गई जबकि वहीं पर पीड़ित का कहना है कि उसको किसी भी प्रकार की कोई नोटिस नहीं दी गई। उसके पास पहले से ही 2 मकान मौजूद हैं तो उसे पुन: आवास क्यों दिया गया। कही न कही इसमें अधिकारियों की मिली भगत नजर आ रही है।