महाराजा सुहेलदेव स्मृति द्वार से राजभर शब्द हटाने पर समाज के लोगों ने किया प्रदर्शन
राज्यमंत्री रविन्द्र जायसवाल 10 मई को स्मृति द्वार का करेंगे उद्घाटन
वाराणसी,14 जून (हि.स.)। सारनाथ आकाशवाणी तिराहा के समीप स्थित महाराजा सुहेलदेव स्मृति द्वार से राजभर शब्द हटा देख शनिवार को समाज के लोगों ने जमकर हंगामा किया। सूचना पाकर क्षेत्रीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस अफसरों के काफी समझाने और मामले की जांच कराने के आश्वासन पर लोग माने।
महाराजा सुहेलदेव राजभर विजय दिवस के अवसर पर 10 जून को विधायक निधि से आकाशवाणी तिराहा के समीप राष्ट्रवीर महाराजा सुहेलदेव राजभर स्मृति द्वार का निर्माण किया गया। इसके निर्माण में 8.74 लाख रूपये की लागत आई। इसका उद्घाटन राज्यमंत्री रविन्द्र जायसवाल ने किया था। एक दो दिन पूर्व किसी असामाजिक तत्व ने स्मृति द्वार पर लिखे राजभर शब्द पर रैपर चिपका दिया। आज पूर्वांह में राजभर समाज के लोगों की नजर स्मृति द्वार पर पड़ी तो उनके आक्रोश फैल गया।
राजभर युवा महासमिति के अध्यक्ष फागू लाल राजभर के अगुवाई में जुटे लोगों ने वहीं हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पाकर सारनाथ एसीपी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। अफसरों ने नगर निगम के कर्मियों की मदद से रैपर हटवाने का प्रयास किया लेकिन सफलता नही मिली। समाज के आक्रोश को देख सारनाथ एसीपी ने उन्हें समझाया बुझाया।
समाज के नेताओं ने इस पर कहा कि जल्द से जल्द असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर कार्रवाई नहीं की गई और ‘राजभर’ शब्द पुनः स्मृति द्यार पर अंकित नहीं किया गया, तो आंदोलन और तेज़ किया जाएगा।
सुभासपा जिलाध्यक्ष उमेश राजभर ने कहा कि यह समाज के साथ अन्याय है। राजनीतिक साजिश के तहत हमारे समाज के इतिहास को मिटाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन राजभर समाज अब चुप बैठने वाला नहीं है। हमने प्रशासन को ज्ञापन देकर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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