त्रिपुरा में कमालपुर नगर पंचायत पीबीएटी से बने कम्पोस्टेबल बैग के उपयोग को दे रही बढ़ावा
नई दिल्ली, 21 मई (हि.स.)। त्रिपुरा के कमालपुर नगर पंचायत ने एकल-उपयोग प्लास्टिक (एसयूपी) के खिलाफ लड़ाई में एक अनुकरणीय पहल की है। नगर पंचायत प्लास्टिक के विकल्प के तौर पर पॉलीब्यूटिलीन एडिपेट टेरेफ्थेलेट (पीबीएटी) से बने कम्पोस्टेबल बैग के उपयोग को बढ़ावा दे रही हैं।
केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के अनुसार यह कदम न केवल पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में बड़ा प्रयास है, बल्कि प्लास्टिक कचरे के बढ़ते संकट के समाधान में भी सहायक सिद्ध हो रहा है। कमालपुर का यह प्रयास अन्य शहरों के लिए एक प्रेरणादायक मॉडल बनकर उभर रहा है।
पीबीएटी बैग पूरी तरह से बायोडिग्रेडेबल और रसायन-मुक्त है। इसे सीआईपीईटी द्वारा प्रमाणित किया गया है। बैग 180 दिनों के भीतर प्राकृतिक रूप से विघटित हो जाते हैं। बैग थोक में 145 रुपये प्रति किलोग्राम और खुदरा में 160 रुपये प्रति किलोग्राम की दर पर उपलब्ध हैं। बैग स्थानीय स्तर पर टिकाऊ विकल्प के रूप में तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं।
कमालपुर नगर पंचायत न केवल इन बैगों का प्रचार कर रीा है, बल्कि स्थानीय समुदाय को भी इस अभियान में सक्रिय रूप से जोड़ रही है। नागरिकों को प्लास्टिक मुक्त जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, जिससे जिम्मेदार अपशिष्ट प्रबंधन की संस्कृति को बढ़ावा मिल रहा है।
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