पटना में 23 जून को हुई विपक्ष एकता की बैठक के बाद अब एक बार सभी विपक्षी दल एक साथ महाबैठक करने के लिए तैयार हैं। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में विपक्षी दल एक बार फिर जुटेंगे, जहां कम से कम 24 राजनीतिक दलों के नेता शामिल होंगे।
बेंगलुरु में 17 और 18 जुलाई के दो दिन देश की राजनीति के लिए काफी अहम माने जा रहे हैं। क्योंकि अब विपक्षी दलों की दूसरी बैठक का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें सभी नेता 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने के लिए अपनी रणनीति तैयार करेंगे।
बैठक की तैयारियां पूरी हो चुकी है। दो दिन चलने वाली इस महाबैठक को लेकर एजेंडा और मिनट टू मिनट कार्यक्रम तय किया गया है।
23 जून को पटना में हुई विपक्ष एकता की बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शीर्ष विपक्षी नेताओं को दूसरी एकता बैठक में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित कर चुके हैं। नेताओं को भेजे अपने पत्र में खड़गे ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बुलाई गई 23 जून को पटना में आयोजित विपक्षी बैठक में उनकी भागीदारी के बारे में याद दिलाया।
खड़गे ने अपने निमंत्रण पत्र में कहा कि बैठक एक बड़ी सफलता थी, क्योंकि हम आम चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सर्वसम्मति से सहमत हुए। इस महाबैठक में सभी गैर बीजेपी दल एक साथ आकर आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा को टक्कर देने की अपनी रणनीति तैयार करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक नेताओं के एक संयुक्त घोषणापत्र को लेकर मंथन करने और ज्यादातर लोकसभा सीट पर साझा विपक्षी उम्मीदवारों को खड़ा करने के अपने प्रस्ताव पर आगे बढ़ने की संभावना है।