उत्तर प्रदेश का नोएडा इस समय साइबर ठगी के साथ फर्जी कॉल सेंटर का बड़ा गढ़ बन गया है। इन फर्जी कॉल सेंटर को चलाने वाले देश के लोगों से ज्यादा विदेशियों को निशाना बनाते हैं। ऐसा ही एक फर्जी कॉल सेंटर नोएडा के फेस 1 थाना इलाके में चल रहा था, जिसका खुलासा पुलिस ने किया।
यह अब तक का सबसे बड़ा फर्जी कॉल सेंटर बताया जा रहा है। इसमें 84 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। ये लोग अमेरिकी नागरिकों को उनके सोशल सिक्योरिटी नंबर से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त होने का डर दिखाकर गिफ्ट कार्ड और क्रिप्टो करेंसी के जरिए ठगी करते थे।
नोएडा पुलिस को अमेरिकी एजेंसी से फर्जी कॉल सेंटर के बारे में करीब एक हफ्ते पहले इनपुट मिला था, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी।
डीसीपी हरीश चंदर के मुताबिक, ये लोग विसीडियल सॉफ्टवेयर और एक्सलाईट/ एयबीम डायलर का प्रयोग करके आईवीआर के माध्यम से डार्क वेब से अमेरिकी व्यक्तियों का डेटा लेते थे। इसके बाद लोगों के बैंक अकाउंट सीज करने का झांसा देते थे और ठगी की वारदात को अंजाम देते थे।
इस गैंग में 46 युवक और 38 युवतियां शामिल हैं। सभी से पूछताछ जारी है। इनके अधिकांश टारगेट विदेशी थे। जिनसे करोड़ों की ठगी की गई। अब तक कई करोड़ की ठगी की बात कबूली जा चुकी है। इनके पास से 150 कंप्यूटर सेट, 13 मोबाइल, 1 बड़ा सर्वर, 20 लाख कैश, 42 प्रिंटर और 1 लग्जरी कार बरामद की गई है।