राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल होने की खबरों के बीच भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने रविवार को कहा कि यह फैसला लेने से पहले रालोद प्रमुख जयंत चौधरी को उन लोगों से चर्चा कर लेनी चाहिए थी जो तीन पीढ़ियों से उनसे जुड़े हैं। टिकैत ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “राजनीति में दुश्मन कब दोस्त बन जाए, पता नहीं चलता।
जयंत चौधरी की अपनी सोच है लेकिन उन्हें कम से कम उन लोगों से सलाह लेनी चाहिए थी जो तीन पीढ़ियों से उनके साथ हैं।” टिकैत ने कहा कि उन्हें इस बात का हमेशा अफसोस रहेगा। टिकैत ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह किसानों के मसीहा थे और वह भारत रत्न के हकदार थे।
उन्होंने कहा, “उन्हें (चरण सिंह) यह सम्मान पहले ही मिलना चाहिए था। किसानों ने पहले ही चौधरी चरण सिंह जी के लिए भारत रत्न की मांग की थी। सरकार को अब किसानों की ज्वलंत समस्याओं का भी समाधान करना चाहिए।” टिकैत ने सरकार पर कम गन्ना मूल्य घोषित कर किसानों को नुकसान पहुंचाने का भी आरोप लगाया।