राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता प्रफुल्ल पटेल ने शुक्रवार को राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की मौजूदगी में राज्यसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली।
पटेल को 21 फरवरी को राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया था। राज्यसभा सदस्य के रूप में उनका नया कार्यकाल इस साल अप्रैल में शुरू हुआ।
पटेल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ जी गरिमामयी उपस्थिति में आज राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ लेना बड़े सम्मान की बात है।’’
राकांपा नेता ने शपथ ग्रहण को ‘देश की सेवा के लिए गंभीरता और प्रतिबद्धता से भरा क्षण’ बताया। राज्यसभा सदस्य के रूप में पटेल का यह छठा कार्यकाल है। वह चार बार लोकसभा के लिए भी चुने गए।
पटेल ने अपने पिछले कार्यकाल के बीच में राज्यसभा के सदस्य के रूप में इस्तीफा दे दिया था। उनका कार्यकाल 2026 में समाप्त होना था। दसवीं अनुसूची की धारा 2 (ए) के तहत शरद पवार के गुट वाले राकांपा की ओर से उन्हें अयोग्य ठहराए जाने के लिए की गई कार्यवाही से बचने के लिए उन्होंने ऐसा किया था। उक्त धारा में दलबदल के आधार पर अयोग्यता का प्रावधान है।
पटेल ने अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा से हाथ मिलाया था। निर्वाचन आयोग ने अजित पवार गुट को असली राकांपा के रूप में मान्यता दी।