मेरठ में सीएमओ के फर्जी हस्ताक्षर करके स्टाफ नर्सों के नियुक्ति पत्र बना दिए। स्टाफ नर्सों की नौकरी का झांसा देकर लोगों को फंसाने के इस मामले में सीएमओ ने एसएसपी को शिकायत की है।
सीएमओ मेरठ के मुताबिक उनके फर्जी हस्ताक्षर कर यह फर्जीवाड़ा किया है। उनके फर्जी हस्ताक्षर से स्टाफ नर्सों के फर्जी 29 नियुक्ति पत्र बनाए गए हैं।
इस पूरे फर्जीवाड़े का असली सूत्रधार कौन है इसका अभी पता नहीं चल सका है। फर्जी हस्ताक्षर कर स्टाफ नर्सों की यह फर्जी सूची किसने जारी की है।
इस पूरे फर्जीवाड़े का असली सूत्रधार कौन है इसका अभी पता नहीं चल सका है। फर्जी हस्ताक्षर कर स्टाफ नर्सों की यह फर्जी सूची किसने जारी की है।
इस मामले में किसी से पैसे तो नहीं लिए गए हैं। इसकी भी पड़ताल करने के लिए पुलिस से शिकायत की गई है।
इस पूरे फर्जीवाड़े की जानकारी सोमवार को हुई। सीएमओ को किसी ने व्हाट्सएप ग्रुप पर दो पत्र भेजे। जिन पर उनके जाली हस्ताक्षर कर स्टाफ नर्स सिस्टर ग्रेड-2 महिला व पुरुष 2022-23 के नियुक्ति पत्र जारी करने के संबंध में लिखा था।
यह पत्र मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के यहां लिखा है। जिस पर 29 लोगों के स्टाफ नर्स की नियुक्ति है। इनमें सभी के नाम, पिता का नाम, उनकी जाति और नियुक्ति वाले सात लोगों के हस्ताक्षर हैं।
जाति में आठ ओबीसी, 13 सामान्य वर्ग और आठ के सामने एससी लिखा है। इनमें 26 महिलाएं और तीन पुरुष हैं। यह पत्र एक अप्रैल 2023 का है।
सभी का चयन लिखित परीक्षा के आधार पर किया है। इसके तहत जो रिक्तियां थीं। वह पूरी कर ली गई हैं। कुल 90 अभ्यर्थी हैं।
यह पत्र चयन समिति की संस्तुति के आधार पर डायरेक्टर जनरल लखनऊ के आधार पर जारी किया जाता है। यह भी लिखा है कि चतुर्थ श्रेणी के उम्मीदवार को भी नियुक्ति पत्र भेज दिया गया है।
सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि ऐसी कोई भर्ती नहीं हुई है। पत्र देखने से यह फर्जी साजिश लगती है। इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। पुलिस जांच में पता चलेगा कि फर्जीवाड़ा किसने किया है।