भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल पर विक्टिम कार्ड खेलने का आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल की सरकार और पार्टी दोनों भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। दिल्ली ने भाजपा और कांग्रेस दोनों की सरकारें देखी हैं, लेकिन किसी भी सरकार ने इतना भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद नहीं किया, जितना केजरीवाल सरकार ने किया है।
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल आरोप लगा रहे हैं कि केंद्र सरकार उनके विधायकों और मंत्रियों को प्रताड़ित कर रही है, लेकिन जब न्यायलय में लंबित मामलों में वह इस प्रकार का आरोप लगाते हैं कि केंद्र उन्हें प्रताड़ित कर रहा है तो ऐसा लगता है कि केजरीवाल को अब न्यायलय पर भी विश्वास नहीं बचा है।
सचदेवा ने कहा कि प्रकाश जारवाल, अखिलेश पति त्रिपाठी, संजीव झा, सोम दत्त, मनोज कुमार, अब्दुल रहमान, गुलाब सिंह, सोमनाथ भारती, शरद चौहान, अमानतुल्लाह खान जैसे विधायक, पूर्व मंत्री संदीप कुमार और जितेंद्र तोमर जमानत पर हैं और अदालती मामलों का सामना कर रहे हैं। यह चौंकाने वाला है कि अरविंद केजरीवाल उत्पीड़न का दावा कर रहे हैं, जबकि उनके 10 से अधिक विधायक गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि केजरीवाल सरकार के डीटीसी बस खरीद घोटाला, ऑटो मीटर घोटाला, स्कूल रूम घोटाला, शराब घोटाला, जासूसी घोटाला और कोविड के दौरान सीएम केजरीवाल के बंगले के अवैध निर्माण ने दिल्ली के लोगों के विश्वास को चकनाचूर कर दिया है। यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि सीएम बंगला घोटाला और पैनिक बटन घोटाले ने सीएम केजरीवाल की सरकार पर लोगों का जो थोड़ा बहुत भरोसा था, उसे भी पूरी तरह से खत्म कर दिया है।