आज (ISRO) के चीफ एस. सोमनाथ ने गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद चंद्रयान मिशन को लेकर बड़ा अपडेट दिया। उन्होंने कहा ‘चंद्रयान-3’ के रोवर प्रज्ञान ने वह काम कर दिया है जिसकी हमें अपेक्षा थी और यदि यह फ़िलहाल सक्रिय होने में कामयाब नहीं होता है तो भी कोई समस्या की कोई बात नहीं है। बता दें कि चांद पर रात होने से पहले विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर को स्लीप मोड में डाला गया था और उम्मीद जताई गई थी जब वहां दिन होगा तो दोनों सक्रिय हो जाएंगे और संपर्क साध लिया जाएगा। 22 सितंबर से ही चांद पर दिन चल रहा है। इसरो के वैज्ञानिक समेत सभी लोग यह जानने के लिए उत्सुक है कि क्या विक्रम और प्रज्ञान फिर से सक्रिय हो पाएंगे?
सोमनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद मीडिया से बात करते हुए इसरो चीफ एस सोमनाथ ने कहा “चंद्र मिशन चंद्रयान-3 का रोवर ‘प्रज्ञान’ वो काम कर चुका है जिसकी हम उम्मीद कर रहे थे। अगर रोवर अपने स्लीप मोड से जागने में असफल रहता है तो भी कोई दिक्कत की कोई बात नहीं है। अगर चंद्रमा पर अत्यधिक ठंडे मौसम के कारण इसके इलेक्ट्रॉनिक सर्किट क्षतिग्रस्त नहीं हुए हैं तो यह जाग जाएगा क्योंकि वहां तापमान शून्य से लगभग 200 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया था।”इसके बाद एस
सोमनाथ ने बताया, “चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग हमारा सपना था और भगवान सोमनाथ की कृपा से हम यह करने में सफल रहे। भगवान सोमनाथ के आशीर्वाद के बिना हमें सफलता नहीं मिलती। इसलिए मैं यहां आया हूं और मेरा नाम भी भगवान के नाम पर है। हमें अपने काम के लिए ताकत चाहिए। चंद्रमा पर लैंडिंग एक कार्य था। हमारे सामने कई और मिशन हैं, जिसके लिए हमें ताकत की जरूरत है। इसलिए मैं यहां भगवान का आशीर्वाद लेने आया हूं।”