लखनऊ के माल क्षेत्र में एक चौका देने वाली घटना सामने आई है, जहां चार युवक एक कार लेकर आए और पेट्रोलपंप से डीजल भरवाने के बाद फरार हो गए। घटना उस समय हुई जब पंप पर तैनात सेल्समैन ने रात की ड्यूटी निभाते हुए एक सफेद कार को पंप के पास खड़ा देखा। उन युवकों ने पहले तो पंपकर्मी को अपना मोबाइल दिया ताकि वह बारकोड स्कैन कर सके, लेकिन जब सेल्समैन ने मोबाइल वापस किया तो उसी समय युवक बिना पैसे दिए कार लेकर भाग गए। पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज कर ली है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
सेल्समैन नीरज ने बताया कि घटना के दौरान, चारों युवक कार में बैठे हुए थे, और उनमें से केवल दो ही पंप पर उतरे थे। उनका इरादा पहले से ही डीजल लेने का था। इन्होने 132.16 लीटर डीजल भरा, जिसकी कीमत करीब 11 हजार रुपए थी। उन्होंने सेल्समैन से बारकोड स्कैन करने के लिए मोबाइल मांगा और पैसे ट्रांसफर करने का विश्वास दिलाया। लेकिन जैसे ही पंपकर्मी ने मोबाइल वापस किया, ये युवक तेज़ी से भाग गए। यह निश्चित तौर पर एक सोची-समझी योजना थी, क्योंकि आरोपियों ने अपनी कार की नंबर प्लेट पर धूल-मिट्टी लगाकर उसे छिपाने की कोशिश की थी।
घटना के बाद, नीरज ने अपने बाइक पर सवार होकर आस-पास खोजबीन की, लेकिन उन्हें आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस ने तुरंत मामले को संज्ञान में लेकर जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज खंगालना प्रारंभ कर दिया है। जानकारी के अनुसार, फुटेज के माध्यम से चारों युवकों की पहचान की जाएगी। इंस्पेक्टर ने बताया कि पुलिस सभी संभावित दिशा में जांच कर रही है ताकि आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने में सफलता मिल सके।
यह घटना इस बात का संकेत है कि अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हो सकते हैं, खासकर उन स्थानों पर जहां कम भीड़-भाड़ होती है। अधिकारी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि ऐसी घटनाएँ भविष्य में न हों। इसलिए उन्होंने पेट्रोलपंप संचालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी है, ताकि किसी भी तरह की धोखाधड़ी से बचा जा सके। इसके अलावा, स्थानीय निवासियों से भी अपील की गई है कि वे इस प्रकार की घटनाओं पर ध्यान दें और यदि कुछ संदिग्ध लगे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
समुदाय में इस घटना से प्रति प्रतिक्रिया भी तेजी से आई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि लोग सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। पुलिस विभाग की कोशिश है कि वह स्थानीय लोगों के साथ मिलकर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाए, ताकि इस तरह की घटनाएँ दोबारा न हों।