हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा को किसी तरह से शांत करने के बाद इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की एक रिपोर्ट ने हरियाणा पुलिस प्रशासन को चौंका दिया है। इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की इस रिपोर्ट के बाद हरियाणा में नीचे से लेकर ऊपर तक हड़कंप मचा हुआ है। नूंह में फिर से हिंसा कराए जाने के इनपुट मिलने के बाद खुद इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) भी हैरान है। आईटी की इस रिपोर्ट के आने के बाद पुलिस हैडक्वार्टर की ओर से माहौल को शांत रखने की प्लानिंग बनाई जा रही है।
आपको बता दें कि मेवात के नूंह में हुई हिंसा के बाद रविवार, 13 अगस्त को नूंह में सर्वजातीय हिन्दू महापंचायत का ऐलान किया गया था। नूंह प्रशासन ने महापंचायत के लिए परमिशन नहीं दी थी, जिसके बाद नूंह में होने वाली हिन्दू महापंचायत पलवल नूंह की सीमा पौडरी नौरंगाबाद गांव में आयोजित की गई। इस महापंचायत में बृजमंडल यात्रा को फिर से शुरू करने का ऐलान किया गया। महापंचायत में हुआ ये ऐलान ही एक बार फिर से हरियाणा में बड़ा बवाल कराने की पहली सीढ़ी बन सकती है।
पलवल में आयोजित महापंचायत के लिए केवल 500 लोगों की अनुमति दी गई थी, लेकिन अनुमति के विपरित कई गुणा लोग महापंचायत में जुटे। प्रशासन की सख्त चेतावनी के बावजूद पंचायत में हिंसक नारेबाजी की गई। दूसरे समुदाय के लोगों को हिंसक चेतावनी भी दी गई है। आईबी सूत्रों की मानें तो महापंचायत में दी गई हिंसक चेतावनी राज्य में एक बार फिर से बड़े बवाल का कारण बन सकती है। बताया जाता है कि महापंचायत में शामिल हुए कुछ लोगों ने कुछ ऐसी भी हिंसक चेतावनियां दी है जिससे पूरे हरियाणा राज्य की शांति व्यवस्था गड़बड़ा सकती है। सूत्र यह भी बताते हैं कि हरियाणा राज्य की हिंसा की आंच को आसपास के पड़ोसी राज्यों तक पहुंचाने का षड़यंत्र भी रचा जा रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जातीय हिंसा कराने के लिए कुछ लोगों द्वारा हरियाणा राज्य को सोफ्ट टारगेट बनाया जा रहा है। नूंह हिंसा को और अधिक भड़काने के प्रयास किए जाने के प्रयास भी कुछ लोगों द्वारा किए गए, लेकिन हरियाणा शासन और पुलिस द्वारा समय रहते की गई कार्यवाही से मामला शांत कर लिया गया। बताया जाता है कि हरियाणा में फिर से जातीय हिंसा कराने के लिए पूरा प्लान तैयार किया जा रहा है। इस प्लान को तैयार करने में किसी बड़े मास्टर माइंड का दिमाग काम कर रहा है। राज्य की गुप्तचर एजेंसियां अब इस मास्टर माइंड की तलाश में जुट गई है।
आपको बता दें कि हरियाणा के मेवात-नूंह में 31 जुलाई 2023 को बृजमंडल यात्रा निकाली गई थी। इसी दौरान यात्रा पर पथराव हो गया था। देखते ही देखते यह दो समुदायों में हिंसा में बदल गई। सैकड़ों कारों को आग लगा दी गई थी। उपद्रवियों ने थाने पर भी हमला किया गया था। नूंह हिंसा में दो होमगार्ड समेत 6 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद नूंह, फरीदाबाद, पलवल समेत कई जगहों पर इंटरनेट बंद कर दिया गया था। इसके अलावा नूंह में कर्फ्यू लगाया गया था। उपद्रवियों ने पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया था। नूंह के बाद सोहना में भी पथराव और फायरिंग हुई। वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था। इसके बाद हिंसा की आग नूंह से फरीदाबाद-गुरुग्राम तक फैल गई थी।
हरियाणा में हिंसा को लेकर 142 FIR दर्ज की गई हैं। जबकि 312 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अकेले गुरुग्राम में हिंसा को लेकर 37 मामले दर्ज किए गए हैं। अब तक 70 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि 93 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें से 80 से पूछताछ कर उन्हें छोड़ दिया गया। नूंह में हिंसा के बाद 700 से ज्यादा अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर एक्शन हुआ हैं। इनमें से कई ऐसी संपत्तियां भी हैं, जिनका इस्तेमाल पत्थरबाजी के लिए हुआ था। हालांकि, अब पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी है।