अमित शाह ने पहलगाम हमले के आतंकियों को दी चेतावनी – चुन-चुन के बदला लेंगे
नई दिल्ली, 1 मई (हि.स.)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर आतंकवादियों को चेतावनी देते हुए कहा कि आतंकवादियों को यह नहीं सोचना चाहिए कि उन्होंने लड़ाई जीत ली है। यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है और हम चुन-चुन के बदला लेंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री ने नई दिल्ली के कैलाश कालोनी में आयोजित एक कार्यक्रम में बोड़ो नेता बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा के सम्मान में एक सड़क का नामकरण और प्रतिमा का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में लगी यह प्रतिमा केवल बोडोलैंड और असम के लिए महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि यह देशभर की छोटी-छोटी जनजातियों का सम्मान है जो आजादी के कई सालों तक उत्कर्ष और विकास के लिए संघर्षरत रहीं।
शाह ने अपने संबोधन की शुरुआत पहलगाम में आतंक की भेंट चढ़े लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिजनों को आश्वस्त किया कि पूरा देश उनके साथ है। उन्होंने कहा कि 90 के दशक से कश्मीर में आतंकवाद चलाने वालों के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जीरो टॉलरेंस की नीति है। शाह ने कहा, “हम मजबूती के साथ अपनी लड़ाई लड़े हैं। वो (आतंकवादी) ये न समझे हमारे 27 नागरिकों की जान लेकर ये लड़ाई जीते हैं। मैं सभी आतंक फैलाने वालों को कहना चाहता हूं कि लड़ाई का अंत नहीं है। यह एक मुकाम है। हर व्यक्ति को चुन-चुन कर जवाब भी मिलेगा और जवाब भी लिया जाएगा।”
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने उत्तर-पूर्व, वामपंथी उग्रवाद का क्षेत्र और कश्मीर पर पड़ी आतंकवाद की छाया का मजबूती के साथ जवाब दिया है। शाह ने कहा कि कायराना हमला करके यदि कोई ये समझता है कि उनकी बड़ी जीत है तो ये बात समझ ले ये मोदी सरकार है किसी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि देश की इंच-इंच भूमि पर से आतंकवाद को मूल समेत उखाड़ फैंकने का हमारा संकल्प है और वह सिद्ध होकर रहेगा। इस लड़ाई में न केवल 140 करोड़ भारतवासी बल्कि पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है। शाह ने कहा कि जब तक आतंकवाद समाप्त नहीं होता हमारी लड़ाई जारी रहेगी और जिन लोगों ने यह कृत्य किया है उन्हें इसका उचित दंड दिया जाएगा।
शाह ने कहा कि बोडोफा नेता उपेंद्रनाथ ब्रह्मा की नौ फीट की प्रतिमा का अनावरण किया गया। बोडोफा न केवल बोडौलेंड और बोडो जाति के लिए समस्त आदिवासी समुदाय के लिए सम्मान, समान अधिकार और पहचान की लड़ाई के लिए जाने जाते हैं। अपने क्षेत्र के सम्मान और अधिकार की आजीवन लड़ाई लड़ने वाले बोडोफा उपेन्द्रनाथ ब्रह्मा की पुण्यतिथि पर दिल्ली में उनकी प्रतिमा और सड़क का नामकरण करना गर्व की बात है। आजादी के वर्षों बाद भी सम्मान की तलाश में संघर्षरत रही देशभर की छोटी-छोटी जनजातियों के लिए उपेन्द्रनाथ ब्रह्मा की यह प्रतिमा आत्मसम्मान का प्रतीक है।
इस अवसर पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, केंद्रीय मंत्री पबित्रा मार्गरीटा, सांसद बांसुरी स्वराज, बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल के मुख्य कार्यकारी सदस्य प्रमोद बोरों, ऑल बोडो स्टूडेंट्स यूनियन (एबीएसयू) के अध्यक्ष दीपेन बोरो और दिल्ली के महापौर राजा इकबाल सिंह आदि उपस्थित रहे।
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