ज्ञानवापी सर्वे के बीच हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास का बयान भी सामने आ रहा है, उन्होंने कहा कि अयोध्या में काम चल रहा है काशी में आपसे निवेदन कर रहा हूं आगे आइए, मथुरा में भी आप आगे आकर के हम को सुपुर्द कर दीजिए।
हिंदू पक्ष की तरफ से ऐसा दावा किया जा रहा है कि ज्ञानवापी परिसर के सर्वे में चौथे दिन तहखानें में मंदिर होने के अहम सबूत हाथ लगे हैं । वहीं इसको लेकर मुस्लिम पक्ष ने ऐतराज जताया है। उनका मानना हा कि ऐसी बातों से जनता में उंमाद फैलेगा ज्ञानवापी परिसर के सर्वे के चौथे दिन तहखाने में पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग और कानपुर आईआईटी टीम की संयुक्त सर्वेक्षण टीम को कुछ महत्वपूर्ण चीजें मिली हैं। हिंदू पक्षकारों का मानना है कि इनमें मूर्तियां,कई ऐसी कलाकृतिया शामिल हैं जो कि यहां पर प्राचीन मंदिर होने का अहम सबूत मालूम हो रही हैं। वहीं ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वेक्षण पर मुस्लिम पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील मुमताज अहमद ने कहा कि मेरे प्रतिनिधि वहां मौजूद हैं जहां अभी कार्रवाई नहीं हुई वहां अफवाह फैलाई जा रही कि इतनी बड़ी मूर्ती, त्रिशूल मिल गया है। अगर आम जनता यह देखेगी तो लोगों में उन्माद आएगा। प्रशासन को यह सब चीज़ें देखनी चाहिए क्योंकि क़ानून व्यवस्था बनाए रखना उनका काम है। पांचवें दिन आज भी सर्वे का काम जारी रहेगा।
कल यानि कि रविवार को कुल 6 घण्टे तक सर्वे चला। कल के सर्वे में मस्जिद के गुम्बद के नीचे GNSS मशीन से 3D इमेजिंग और मैपिंग की गयी और तहखाने को भी खोला गया और उसमें मौजूद सामान, दीवारों और अन्य जगहों का बारीकी से सर्वेक्षण किया जा रहा है । आज सावन का पांचवा सोमवार होने की वजह से सर्वेक्षण का काम देर से शुरु हो सकता है। हिंदू पक्ष की ओर से पेश वकील सुधीर त्रिपाठी का कहना है, “सर्वेक्षण का काम प्रगति पर है।अंजुमन इंतजामिया कमेटी भी सर्वे में सहयोग कर रही है।सर्वे शुरू होने में थोड़ी देरी हो सकती है क्योंकि आज सावन महीने का पांचवां सोमवार है।”
जहां इस पूरे मामले पर देश की नज़रे टिकी हुई हैं वहीं नेताओं, महंतो, के बयान भी खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं इसी कड़ी में अयोध्या में हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास (Mahant Rajudas) भी अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर घिर जाते हैं । इस बार उन्होंने कहा कि “हम साफ-साफ कहते है अयोध्या (Ayodhya) समेत अभी तो तीन मंदिरो पर लड़ाई चल रही है। हमें काशी (Kashi) और मथुरा (Mathura) सौंप दीजिए नहीं तो आने वाले दिनों में 30 हजार मंदिरों पर हमारा दावा होगा। चाहे वो हमारा बौद्ध मठ हो या देव स्थान हम जरूर लेंगे।
महंत राजूदास यहीं नहीं रुके आगे उन्होंने कहा कि “मैं ओवैसी जैसे लोगों से पूछता हूं, उन मुस्लिम संस्थानों से पूछता हूं जो हिंदू मुस्लिम एकता की बात तो करते हैं, गंगा-जमुनी तहजीब की बात करते हैं, लेकिन ये भी कहते हैं कि हिंदू को अधिकार ही नहीं है, हिंदू को किसी प्रकार का कोई अधिकार नहीं है. वरशिप एक्ट का हवाला दे देना अभी भी मैं आपको आग्रह करता हूं अभी तो तीन मंदिरों का मामला है, अयोध्या में काम चल रहा है काशी में आपसे निवेदन कर रहा हूं आगे आइए, मथुरा में भी आप आगे आकर के हम को सुपुर्द कर दीजिए।