शिक्षा किसी भी राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैः राज्यपाल

-महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली का स्वर्ण जयंती समारोह संपन्न

बरेली, 15 फरवरी (हि.स.)। महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय का स्वर्ण जयंती समारोह शनिवार को सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल वर्चुअली शामिल हुईं।

इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयन्ती द्वार का उद्घाटन तथा विश्वविद्यालय की स्वर्ण जयन्ती स्मारिका का विमोचन भी किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को उत्कृष्ट अकादमिक प्रदर्शन के लिए उपाधियाँ, पदक तथा खेल क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए पुरस्कार प्रदान किए गए।

राज्यपाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि विश्वविद्यालय का स्वर्ण जयंती वर्ष केवल अतीत की उपलब्धियों का उत्सव ही नहीं, बल्कि भविष्य की दिशा तय करने का भी अवसर है। शिक्षा किसी भी राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और भारत की ज्ञान परंपरा तक्षशिला, नालंदा तथा विक्रमशिला जैसे विश्वविद्यालयों की विरासत से समृद्ध रही है।

उन्होंने विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के सफल क्रियान्वयन की सराहना की तथा पीएचडी छात्रों की संख्या में हुई पांच गुना वृद्धि को एक उल्लेखनीय उपलब्धि बताया। उन्होंने रोजगार सृजन हेतु रूहेलखंड इंक्यूबेशन फाउंडेशन की स्थापना को भी सराहा, जिसके अंतर्गत 60 से अधिक स्टार्टअप सफलतापूर्वक संचालित हो रहे हैं।

राज्यपाल ने बताया कि विश्वविद्यालय ने बहुविषयक शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, विदेशी भाषाओं के अध्ययन एवं अंतरराष्ट्रीय संबंधों को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से विभिन्न निदेशालयों एवं केंद्रों की स्थापना की है। उन्होंने विश्वविद्यालय को नैक मूल्यांकन में प्राप्त उच्चतम ग्रेडिंग ए प्लस प्लस और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से मिली कैटेगरी-1 की मान्यता को भी गर्व का विषय बताया। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि विश्वविद्यालय को पीएम-उषा प्रोजेक्ट के अंतर्गत 100 करोड़ रुपये की ग्रांट प्राप्त हुई है, जो बुनियादी ढांचे के विकास में सहायक होगी। साथ ही, शैक्षणिक सत्र 2024-25 में 50 से अधिक विदेशी छात्रों ने प्रवेश लिया है, जिससे विश्वविद्यालय का वैश्विक स्तर पर प्रभाव बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अपने 50वें वर्ष में नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर हो रहा है और इसके भविष्य को और अधिक उज्ज्वल बनाने के लिए हमें सतत प्रयास करने होंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि विश्वविद्यालय अपनी शैक्षणिक एवं शोध यात्रा को निरंतर आगे बढ़ाएगा तथा वैश्विक स्तर पर अपनी प्रतिष्ठा स्थापित करेगा।राज्यपाल ने सामाजिक सरोकारों से जुड़े कार्यों को बढ़ाने पर विशेष जोर देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय आंगनबाड़ी केंद्रों के उत्थान के लिए सराहनीय कार्य कर रहा है, जिसे और वृहद स्तर पर विस्तार देना चाहिए।

कार्यक्रम में सहकारिता एवं उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास, भारत सरकार के राज्य मंत्री बीएलवर्मा, उत्तर प्रदेश की उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केपी सिंह तथा विशिष्ट अतिथि सांसद बरेली छत्रपाल गंगवार ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

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