गूगल मैप पर भरोसा करना वाहन चालकों के लिए अब खतरनाक साबित हो रहा है। गूगल मैप ने एक बार फिर गलत रास्ता दिखाया, जिसके चलते एक बड़ा हादसा हो सकता था, लेकिन गनीमत रही कि हादसा होने से टल गया। दरअसल, यह मामला लखीमपुर खीरी जिले से सामने आया है, बृहस्पतिवार रात में ट्रक गांव की संकरी गली में फंस गया। लेकिन ट्रक किसी मकान से नहीं टकराया। अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। संकरी गली में फंसा ट्रक वहां से निकल नहीं पा रहा है।
बृहस्पतिवार रात करीब 2 बजे, संतोष सिंह नामक ट्रक चालक गुजरात से माल लेकर बहराइच जा रहे थे। जब वे लखीमपुर के मैगलगंज टोल प्लाजा को पार कर आगे बढ़े, तो गूगल मैप ने उन्हें 500 मीटर पहले ही एक गांव, हैरमखेड़ा जाने वाले रास्ते पर मुड़ने का निर्देश दिया। ट्रक चालक ने गूगल मैप के निर्देशानुसार ट्रक उस रास्ते पर मोड़ दिया। कुछ समय बाद, जब ट्रक गांव की संकरी गलियों में पहुंचा, तो रास्ता और संकुचित हो गया और ट्रक को आगे बढ़ाने का कोई रास्ता नहीं दिखा। ट्रक वहीं फंस गया, जिससे वह न तो आगे बढ़ सकता था और न ही पीछे हट सकता था। गनीमत रही कि ट्रक किसी मकान से नहीं टकराया, अन्यथा बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।
संकरी गली में फंसा ट्रक
संतोष सिंह ने जब देखा कि ट्रक आगे नहीं जा सकता, तो उन्होंने ट्रक को रोक लिया। लेकिन संकरी गली के दोनों तरफ मकान बने होने के कारण, ट्रक को न तो पीछे हटाया जा सकता था और न ही आगे बढ़ाया जा सकता था। बाद में ट्रक को बाहर निकालने के लिए क्रेन मंगवानी पड़ी, जिसके बाद ट्रक को बाहर निकाला जा सका।
यह पहली बार नहीं है जब गूगल मैप के कारण ऐसा हादसा हुआ हो। 24 नवंबर को बरेली जिले में भी गूगल मैप के कारण एक दर्दनाक हादसा हुआ था। बदायूं के दातागंज से बरेली के फरीदपुर जाने वाले मार्ग पर एक अधूरे पुल की वजह से तीन लोग जान गंवा बैठे थे। गूगल मैप ने गाड़ी को उस रास्ते पर भेज दिया था, जहां पुल अधूरा था। जैसे ही कार उस पुल पर पहुंची, वह 20 फीट नीचे गिर गई, जिससे तीनों लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने गूगल को नोटिस भी जारी किया था।