कांग्रेस प्रमुख और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को शनिवार को राष्ट्रपति द्वारा आयोजित जी20 रात्रिभोज में आमंत्रित नहीं किया गया है। इस बात की जानकारी अधिकारिक तौर पर मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय ने दी है।
वहीं पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा को जी20 समिट रात्रिभोज के लिए आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, बिहार सीएम नीतीश कुमार और एमके स्टालिन जैसे नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है।
हालांकि सूत्रों ने कहा कि किसी अन्य राजनीतिक दल के किसी नेता को भी आमंत्रित नहीं किया गया है। मल्लिकार्जुन खड़गे को नहीं बुलाने से कांग्रेस नेताओं ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाए हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं और देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के अध्यक्ष हैं।
केंद्र ने पूर्व प्रधानमंत्रियों मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा को भी निमंत्रण दिया है। हालांकि दोनों ने अभी तक पुष्टि नहीं की है कि वे रात्रिभोज में शामिल होंगे या नहीं। इस डिनर पार्टी में लगभग 500 लोगों के उपस्थित होने की उम्मीद है।
जी-20 रात्रिभोज में केंद्र सरकार ने सभी कैबिनेट और राज्य मंत्रियों और सभी मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया है। भारत सरकार के सभी सचिव और बड़े उद्योगपतियों सहित अन्य विशिष्ट अतिथि भी गेस्ट लिस्ट में शामिल हैं।
इस रात्रिभोज में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भी शामिल होने की उम्मीद है। नीतीश कुमार शनिवार सुबह 10.45 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे। उम्मीद है कि इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की मुलाकात होगी। नीतीश कुमार और पीएम मोदी की जुलाई 2022 के बाद पहली मुलाकात होगी।
इससे पहले, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुष्टि की थी कि वह रात्रिभोज के लिए शनिवार को दिल्ली जाएंगी। जी20 रात्रिभोज में शामिल होने के तृणमूल प्रमुख के फैसले का सत्तारूढ़ भाजपा ने स्वागत किया है।
इसके अलावा झारखंड से हेमंत सोरेन, तमिलनाडु से एमके स्टालिन, दिल्ली से अरविंद केजरीवाल और पंजाब से भगवंत मान उन मुख्यमंत्रियों में से हैं जिन्होंने पुष्टि की है कि वे रात्रिभोज समारोह में शामिल होंगे।
सभी आमंत्रित अतिथियों को कल शाम पौने छह बजे संसद भवन पहुंचने को कहा गया है। वहां से उन्हें भारत मंडपम तक ले जाने और वापस लाने के लिए विशेष परिवहन व्यवस्था की गई है। वीवीआईपी मूवमेंट और यातायात प्रतिबंधों के कारण ऐसा किया गया।