बीजेपी ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। दोनों राज्यों में इसी साल विधानसभा चुनाव होने है।
इस साल के अंत में एमपी और छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। पार्टी ने खासतौर से उन सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा इस लिस्ट में की है, जिन्हें पार्टी अपने लिए कमजोर मान कर चल रही है।
पार्टी ने यह नया प्रयोग इसलिए किया है ताकि कमजोर सीटों पर पार्टी उम्मीदवारों को संपर्क और प्रचार करने का ज्यादा मौका मिल सके।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए फिलहाल 39 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं जबकि छत्तीसगढ़ की 21 सीटों के लिए नाम का ऐलान हो गया है। दोनों राज्यों में विधानसभा चुनाव नवंबर में होने हैं।
बुधवार को भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में हुई पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक इन उम्मीदवारों के नामों को मंजूरी दी गयी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में हुई इस बैठक की अध्यक्षता भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने की थी जबकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बी एल संतोष भी बैठक में शामिल थे।
मध्यप्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें हैं। बीजेपी ने जो लिस्ट जारी किया है उसमें छरपुर, झाबुआ, पिछोर, पथरिया जैसी सीटें शामिल हैं। पहली लिस्ट में 5 महिलाएं, 8 एससी उम्मीदवार और 13 अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवार हैं।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा सीटें हैं। छत्तीसगढ़ में पांच महिलाओं, दस अनुसूचित जनजाति और एक अनुसूचित जाति के प्रत्याशी का नाम पहली लिस्ट में है।
गौरतलब है कि 2018 में हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 68 विधानसभा सीटें जीतकर सरकार बनाई थी, जबकि बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था। अब बीजेपी के कई मुद्दों को लेकर तैयारी में जुटी है और जिन सीटों पर हार मिली, उसके कारणों का पता लगाकर आगे की रणनीति बना रही है।
भाजपा मध्यप्रदेश में 125 विधानसभा सीटों और छत्तीसगढ़ में 27 विधानसभा सीटों को अपने लिए कमजोर मान कर चल रही है, जिस पर बुधवार की बैठक में चर्चा हुई थी।
ऐसे में यह स्पष्ट है कि आने वाले दिनों में पार्टी दोनों राज्यों के लिए उम्मीदवारों की और सूची भी जारी कर सकती है।
दरअसल, भाजपा ने विधानसभा चुनाव में जीत की संभावना के आधार पर सीटों को ए, बी, सी और डी (चार कैटेगरी) में बांट रखा है। पार्टी ने ए और बी कैटेगरी में उन सीटों को शामिल किया है, जहां पार्टी के चुनाव जीतने की संभावना ज्यादा है या पार्टी फाइट में है।
वहीं, सी और डी कैटेगरी में विधानसभा की उन सीटों को शामिल किया गया है, जहां भाजपा बहुत ही कम अंतर के साथ चुनाव जीती है या जहां कभी भी चुनाव जीत नहीं पाई है।
पार्टी सी और डी कैटेगरी में शामिल सीटों को अपने लिए कमजोर मान कर चल रही है और इन्हीं कमजोर सीटों पर चुनाव जीतने की रणनीति तैयार करने के लिए बुधवार को केंद्रीय चुनाव समिति की यह अहम बैठक बुलाई गई थी। जिसमें इन नामों को तय किया गया था।