भिलाई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव की संपत्ति और बैंक अकाउंट को अटैच कर दिया। ईडी की इस कार्रवाई से विधायक देवेन्द्र यादव ने ईडी पर आरोप लगाते हुए कोर्ट में जाने की बात कही है।
गुरुवार को विधायक यादव ने पत्रवार्ता में बताया कि ईडी ने मेरी बुजुर्ग मां को समन भेजा है। मां महज बच्चे की जननी ही नहीं होती, बल्कि परिवार को संभालने का आधार होती है। ईडी 70 वर्षीय वृद्ध मां और परिवार को विरोधी दल के षडयंत्र का हिस्सा बनकर परेशान कर रही है। मेरी मां को पहले तो नोटिस भेजा। अब उनकी पुश्तैनी संपत्ति को अटैच कर सीज करने की कार्रवाई कर रही है।
विधायक ने कहा कि ईडी ने मेरे नाम पर ज्यादा संपत्ति दर्शा कर मुझे बदनाम करने की नीयत से परिवार के पुश्तैनी घर का बंटवारा कर दिया। ईडी ने कुल 19 लाख 81 हजार 210 रुपए सीज किया है। इसमें छत्तीसगढ़ विधानसभा से मुझे मिलने वाली सैलेरी 8 लाख रुपए है और बाकी 10 लाख घर की कीमत शामिल है। यह मेरी मां और बड़े भाई के नाम पर है। उस घर का आधा हिस्सा कर मेरे नाम पर जोड़कर 19 लाख रुपए बनाया है। विधायक ने सवाल उठाया है कि मीडिया से पहले सभी सूचनाएं भाजपा को कौन देता है?
विधायक ने ईडी द्वारा संपत्ति अटैचमेंट की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि 2011 में मां- पिता ने बैंक से लोन लेकर हाउसिंग बोर्ड से 13 लाख में मकान खरीदा था। पंजाब नेशनल बैंक में किस्त के माध्यम से उसे अदा किया। 2020 में लोन क्लीयर हुआ। जिसका पूरा रिकॉर्ड है।
विधायक ने कहा कि भिलाई मेरा घर और भिलाई जनता मेरा परिवार है। इससे जनता भली भांति वाकिफ है। भाजपा को यह भिलाई की जनता के साथ मेरा पारिवारिक रिश्ता खटक रहा है। इसलिए उन्हें, हमें परेशान करने का टारगेट दिया गया है।