डॉ मांडविया ने लॉन्च किया खेलो इंडिया वार्षिक कैलेंडर, ओलंपिक 2036 और राष्ट्रमंडल खेल 2030 की तैयारियों को नई दिशा
नई दिल्ली, 18 मई (हि.स.)। केंद्रीय खेल एवं युवा कार्यक्रम मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने रविवार को खेलो इंडिया पहल के तहत एक व्यापक वार्षिक कैलेंडर लॉन्च किया है। देश में जमीनी स्तर पर खेलों के विकास और प्रतिभा खोज के उद्देश्य से इसे तैयार किया गया है। यह कैलेंडर न केवल प्रतिस्पर्धी खेल संरचना को सुदृढ़ करता है, बल्कि 2030 राष्ट्रमंडल खेलों और 2036 ओलंपिक की तैयारियों को भी दिशा देगा।
डॉ मांडविया ने कहा, “खेलो इंडिया केवल एक योजना नहीं, बल्कि यह भारत को एक वैश्विक खेल महाशक्ति बनाने की दिशा में रणनीतिक पहल है। यह कैलेंडर युवा एथलीटों को साल भर प्रतिस्पर्धा का मंच देगा और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर की तैयारी में सहायता करेगा।”
विविध क्षेत्रों और संस्कृतियों को मिलेगा मंचः
नई योजना के तहत कई नए प्रारूपों को शामिल किया गया है, जैसे:
खेलो इंडिया बीच गेम्स (केआईबीजी)- 19 से 25 मई, 2025 को दीव में आयोजन, तटीय खेलों को मिलेगा प्रोत्साहन।
खेलो इंडिया स्कूल गेम्स (केआईएसजी)- अगस्त से दिसंबर तक, ज़िला से राष्ट्रीय स्तर तक एथलीटों की पहचान।
खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स और नॉर्थ-ईस्ट गेम्स- मई-जून में।
खेलो इंडिया ट्राइबल गेम्स- सितंबर में छत्तीसगढ़ में, आदिवासी क्षेत्रों की प्रतिभाओं को मिलेगा राष्ट्रीय मंच।
खेलो इंडिया स्वदेशी और मार्शल आर्ट गेम्स- जुलाई-अगस्त में तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में, पारंपरिक खेलों को मिलेगा प्रोत्साहन।
इनके साथ-साथ खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स, यूथ गेम्स, पैरा गेम्स और विंटर गेम्स जैसे पहले से स्थापित प्रारूपों को भी नए उत्साह और विस्तार के साथ जारी रखा जाएगा।
खेल से बढ़ेगा पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था
मंत्रालय ने इस वार्षिक कैलेंडर को इस तरह तैयार किया है कि इससे स्थानीय खेल अवसंरचना, खेल पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा मिले। प्रत्येक आयोजन के लिए मेजबान राज्यों की स्पष्ट परिभाषा तय की गई है, ताकि क्षमता निर्माण और भविष्य की मेज़बानी के लिए तैयारी सुनिश्चित हो सके।
डॉ मांडविया ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले दशक में भारतीय खेलों में ऐतिहासिक बदलाव आया है। अब हम उसे एक संगठित, समावेशी और वर्ष-भर चलने वाले खेल आंदोलन में बदल रहे हैं।”
खेलो इंडिया की अब तक की उपलब्धियां
मौजूदा वर्ष में तीन बड़े खेल आयोजन पहले ही संपन्न हो चुके हैं, जो खेलो इंडिया विंटर गेम्स (जम्मू और कश्मीर व गुलमर्ग में), खेलो इंडिया पैरा गेम्स (दिल्ली में) और खेलो इंडिया यूथ गेम्स (बिहार में) हैं। इन तीनों आयोजनों में देश भर से काफी संख्या में भागीदारी देखी गई, जिससे खेलो इंडिया की समावेशी पहुंच और प्रभावशाली कार्यान्वयन सिद्ध हुआ।
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