गोंड समुदाय की खुशियों में शामिल हुई डीएम, 8 लोगों को सौंपे जाति प्रमाण पत्र
बोली डीएम — हर पात्र तक पहुंचें सरकारी योजनाएं
मीरजापुर, 1 मई (हि.स.)। कलेक्ट्रेट सभागार मंगलवार को एक अलग ही माहौल का गवाह बना। चेहरे पर उम्मीद की चमक, हाथों में अधिकार का प्रमाण और आंखों में भविष्य के सपने लिए गोंड समुदाय के आठ लोग जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के सामने खड़े थे। उन्होंने जैसे ही एक-एक कर जाति प्रमाण पत्र सौंपना शुरू किया, पूरे हॉल में एक भावनात्मक लहर दौड़ गई।
जिलाधिकारी ने कहा कि यह सिर्फ एक कागज नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय की दिशा में उठाया गया मजबूत कदम है। गोंड समुदाय के लोग लंबे समय से जिन सरकारी योजनाओं और आरक्षण के हक़दार थे, अब उन्हें वो सब मिलेगा जो उनका अधिकार है।
जाति प्रमाण पत्र प्राप्त करने वालों में विवेक किशोर वर्मा, कौशल किशोर वर्मा, प्रतीक किशोर वर्मा, सत्यम किशोर वर्मा, शिवम किशोर वर्मा, रंजीत कुमार, कान्हा और खुशी शामिल हैं।
खुशी से झूम उठे लाभार्थी
प्रमाण पत्र पाकर प्रतीक किशोर वर्मा ने कहा कि आज जो मिला है, वो सिर्फ सरकारी कागज नहीं, हमारी पहचान है। इससे अब हम कॉलेजों में दाखिला से लेकर सरकारी नौकरियों तक, हर जगह अपना हक़ मांग सकेंगे। उनकी बातों से सहमति जताते हुए रंजीत कुमार बोले, पहले जब कहीं आवेदन करते थे, तो बार-बार कागजों की कमी से फॉर्म ही रिजेक्ट हो जाता था। अब जाति प्रमाण पत्र मिल गया है, तो मन में नया आत्मविश्वास आया है।
साफ निर्देश – हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचे योजना का लाभ
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने अफसरों को निर्देश दिया कि जिनके पास अब तक जाति प्रमाण पत्र नहीं है और वे पात्र हैं, उन्हें विशेष शिविरों के माध्यम से चिन्हित कर लाभ दिलाया जाए। उन्होंने कहा कि समाज के हर तबके तक विकास की रोशनी पहुंचाना प्रशासन की जिम्मेदारी है और हम इसे पूरी संवेदनशीलता से निभा रहे हैं।
कार्यक्रम में दिखा भरोसे और बदलाव का संकल्प
कार्यक्रम छोटा था, लेकिन उसका संदेश बड़ा – अधिकार से वंचित लोगों तक सरकारी योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित करना। गोंड समुदाय के प्रतिनिधियों ने इस पहल के लिए प्रशासन का आभार जताया और कहा कि अब उन्हें भी समाज में बराबरी का दर्जा मिलेगा।