किशोर-किशोरियों के मानसिक स्वास्थ्य विषय पर जिला स्तरीय संवाद
नैनीताल, 22 मई (हि.स.)। महिलाओं एवं किशोरियों के प्रति समर्पित स्वयं सेवी संस्था विमर्श के तत्वावधान में गुरुवार को नगर की तल्लीताल धर्मशाला में किशोर-किशोरियों के मानसिक स्वास्थ्य विषय पर जिला स्तरीय संवाद में इस संवेदनशील विषय को लेकर विचार-विमर्श किया गया। संस्था की ओर से गायत्री दर्मवाल ने 15 गांवों में किए गए किशोर मानसिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण की रिपोर्ट साझा करते हुए बताया कि इस पहल का उद्देश्य किशोरों को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देना, संवाद के प्रति सहजता लाना, आत्म-देखभाल को बढ़ावा देना और मानसिक संकट झेल रहे किशोरों की सहायता के लिए समुदाय और विशेषज्ञों के बीच सेतु स्थापित करना है।
मनोचिकित्सक डॉ. गरिमा कांडपाल ने मानसिक स्वच्छता, तनाव के लक्षणों, विचारों एवं आदतों के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव तथा स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की जानकारी दी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जुड़े मदन मेहरा ने आरकेएसके योजना की जानकारी देते हुए मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए सकारात्मक सोच को अनिवार्य बताया। हरेंद्र कठायत ने मानसिक स्वास्थ्य अधिनियम व राष्ट्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन पर जानकारी दी, जबकि मुकुल ने रामगढ़ ब्लॉक में किए गए सर्वेक्षण की रिपोर्ट साझा की। कार्यक्रम का संचालन भावना कुंवर ने किया। इस अवसर पर प्रतिभागी किशोर-किशोरियों प्रियंका, चित्रा, विशाल, नैतिक, मयंक, अंजली व चांदनी ने समूह से जुड़ने के बाद मानसिक रूप से आए सकारात्मक बदलावों को साझा किया। कार्यक्रम में बेतालघाट, कोटाबाग व रामगढ़ से आए लगभग 70 किशोर-किशोरियों ने संवाद में सहभागिता की। आयोजन में हरीश, लक्ष्मी, राधा, किशन व हंसी का उल्लेखनीय योगदान रहा।