रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने कहा है कि मॉस्को अपनी मांगें पूरी होते ही काला सागर अनाज समझौते (Black Sea grain agreement) में वापस आ जाएगा।
पुतिन ने सोमवार को अपने तुर्की समकक्ष रेसेप तैयप एर्दोगन (Turkish President Recep Tayyip Erdogan) के साथ रूसी शहर सोची में बातचीत के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “जैसे ही रूसी कृषि उत्पादों के निर्यात पर सभी प्रतिबंध हटा दिए जाएंगे, हम अनाज समझौते को पुनर्जीवित करने को तैयार हो जाएंगे।”
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि रूस का अनाज उत्पादन इस साल 130 मिलियन टन तक पहुंच सकता है और देश की निर्यात क्षमता 60 मिलियन टन रहेगी।
यूक्रेन को सैन्य उद्देश्यों के लिए अनाज निर्यात गलियारों का उपयोग करने के खिलाफ चेतावनी दी
उन्होंने कहा कि मॉस्को अनाज समझौते का विरोध नहीं करता है, लेकिन यूक्रेन को सैन्य उद्देश्यों के लिए अनाज निर्यात गलियारों का उपयोग करने के खिलाफ चेतावनी दी है।
नए पैकेज पर चल रहा काम
एर्दोगन ने कहा कि तुर्की संयुक्त राष्ट्र के साथ मिलकर प्रस्तावों के एक नए पैकेज पर काम कर रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रस्ताव यथाशीघ्र सौदे को फिर से शुरू करने में मदद करेंगे।
रूसी नेता ने आगे कहा कि मॉस्को वैश्विक खाद्य कीमतों को स्थिर करने में मदद करने के लिए भोजन और उर्वरक का निर्यात जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि रूस, तुर्की और कतर जरूरतमंद देशों तक दस लाख टन रूसी अनाज पहुंचाने के लिए संयुक्त रूप से काम करेंगे।
पुतिन ने कहा कि यह पहल वैश्विक खाद्य संकट को हल करने में योगदान देगी, हालांकि इसे काला सागर अनाज समझौते के विकल्प के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
दोनों नेताओं ने अक्कुयू परमाणु ऊर्जा संयंत्र के संयुक्त निर्माण सहित द्विपक्षीय ऊर्जा और व्यापार संबंधों पर भी चर्चा की।
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि संयंत्र की पहली इकाई अगले साल शुरू होने की उम्मीद है।
पुतिन ने तीसरे देशों को गैस आपूर्ति देने के लिए तुर्की में एक क्षेत्रीय गैस केंद्र स्थापित करने की मास्को की तत्परता की भी पुष्टि की।
दोनों राष्ट्रपतियों ने राजनीतिक समाधान हासिल करने के उद्देश्य से यूक्रेनी संकट और युद्धविराम प्रस्तावों पर भी चर्चा की।
पुतिन ने मध्यस्थता प्रयासों के लिए एर्दोगन को धन्यवाद दिया
पुतिन ने मध्यस्थता प्रयासों के लिए एर्दोगन को धन्यवाद दिया और दोहराया कि मॉस्को बातचीत के लिए तैयार है।
एर्दोगन ने कहा कि तुर्की रूस और यूक्रेन के बीच मध्यस्थ के रूप में कार्य करने के लिए तैयार है, और स्थायी शांति व स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है।