विन्ध्यधाम में गंगा दशहरा को लेकर प्रशासन सतर्क: घाटों से लेकर देवी दरबार तक चाक-चौबंद होंगी व्यवस्थाएं
— कमिश्नर व डीएम ने विंध्याचल पहुंचकर लिया तैयारियों का जायजा, श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए दिए कई अहम निर्देश
मीरजापुर, 2 जून (हि.स.)। गंगा दशहरा पर्व पर श्रद्धालुओं की संभावित भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गया है। सोमवार को मण्डलायुक्त बालकृष्ण त्रिपाठी और जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने विंध्याचल पहुंचकर पक्का घाट समेत विभिन्न गंगा घाटों और विंध्यवासिनी मंदिर परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने अफसरों को निर्देश दिया कि स्नान से लेकर दर्शन-पूजन तक श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
निरीक्षण के दौरान दोनों अधिकारियों ने साफ-साफ कहा कि गंगा घाटों पर एसडीआरएफ, जल पुलिस और गोताखोरों की समुचित तैनाती होनी चाहिए। इसके साथ ही घाटों पर बैरिकेडिंग, लाइटिंग, साफ-सफाई और पेयजल जैसी मूलभूत व्यवस्थाएं मजबूत की जाएं। निरीक्षण के दौरान नगर मजिस्ट्रेट विनीत कुमार उपाध्याय, डिप्टी कलेक्टर शक्ति सिंह, नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी गोवा लाल, लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता प्रवीण कुमार चौहान और क्षेत्राधिकारी सिटी विवेक जावला सहित कई अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।
भिक्षावृत्ति पर सख्ती, दर्शन के लिए होंगे अलग मार्ग
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने साफ शब्दों में कहा कि मंदिर परिसर के भीतर भिक्षावृत्ति कर रहे पुरुषों और महिलाओं को हटाया जाए, जिससे श्रद्धालुओं को बिना किसी विघ्न के दर्शन का अवसर मिल सके। उन्होंने निर्देश दिए कि दर्शनार्थियों के लिए सरल और सुलभ मार्ग बनाए जाएं और भीड़ नियंत्रण के लिए मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों की तैनाती की जाए।
वीआईपी मार्ग और छावनी की विशेष तैयारी
विंध्यवासिनी देवी के दर्शन के लिए आने वाले वीआईपी श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए पुरानी और नई वीआईपी मार्ग पर फुटपाथ व छावनी की बेहतर व्यवस्था करने का निर्देश भी दिया गया। लोक निर्माण विभाग को यह जिम्मेदारी दी गई है कि समय रहते निर्माण कार्य पूर्ण हो जाए।
गंगा घाटों पर चल रहा सौंदर्यीकरण कार्य
कमिश्नर ने बताया कि गंगा घाटों पर विंध्य की पैड़ी और सड़क मार्ग के निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है। उन्होंने संबंधित कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया कि नवरात्र से पहले सभी कार्य पूरे हो जाएं, जिससे गंगा दशहरा के साथ-साथ भविष्य के आयोजनों में भी कोई समस्या न हो।
सुरक्षा के साथ-साथ आध्यात्मिक माहौल का भी ख्याल
निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त बालकृष्ण त्रिपाठी ने कहा कि विंध्यधाम की महत्ता न केवल धार्मिक है, बल्कि यह जनभावनाओं से भी जुड़ा हुआ स्थल है। ऐसे में व्यवस्थाएं इस प्रकार हों कि श्रद्धालु सुरक्षा के साथ-साथ आध्यात्मिक शांति का अनुभव भी करें।