अभाविप का आह्वान- ‘सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल’ में सहभागिता करें युवा

भारत आतंकी घटनाओं का मुंहतोड़ प्रतिकार करने में सक्षम: अभाविपराष्ट्रीय सुरक्षा केवल सेना की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर व्यक्ति का उत्तरदायित्व भी

लखनऊ, 6 मई (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय की ओर से बुधवार 7 मई काे देशभर में हाेने वाली ‘सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल’ व प्रशिक्षण में बढ़-चढ़कर सहभागिता करने के लिए युवाओं-विद्यार्थियों का आह्वान किया है। अभाविप ने देश के नागरिकों को आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहने की अपील भी की।

अभाविप ने शैक्षणिक संस्थानों से आह्वान किया है कि वे इस 7 मई काे हाेने वाले ‘मॉक ड्रिल’ में पूरी सक्रियता से भाग लें और इस प्रशिक्षण को गंभीरता से लें और एक सजग, अनुशासित एवं सुरक्षित भारत के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं। मंगलवार काे अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेन्द्र सिंह सोलंकी ने कहा कि अभाविप ‘सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल’ कराने के निर्णय का स्वागत करती है। हम सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों, प्रशासनिक अधिकारियों और आम नागरिकों से आह्वान करते हैं कि वे इस अभियान में पूरी निष्ठा और उत्साह के साथ भाग लें और ‘सुरक्षित, सशक्त एवं आत्मनिर्भर भारत’ के निर्माण में अपनी भूमिका सुनिश्चित करें। उन्हाेंने कहा कि देश के नागरिकों को आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहना होगा। वर्तमान का भारत आतंकी घटनाओं का मुंहतोड़ प्रतिकार करने में सक्षम है। देश के प्रत्येक नागरिक को अपनी भूमिका के प्रति सजग रहना होगा।

अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री अंकित शुक्ल ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के इस अभियान में सक्रियता से अपने नागरिक कर्तव्यों का जिम्मेदारी से निर्वहन करें व आतंकी घटना के प्रतिकार के इस कड़े संदेश को प्रभावी बनाएं। हम देश की युवाशक्ति से भी आह्वान करते हैं कि वे आगे आकर आपात स्थिति की गम्भीरता से समाज को अवगत कराते हुए इस प्रशिक्षण में उनके। सक्रिय सहभाग हेतु जनजागरण करें। आज सशक्त, सुरक्षित, समर्थ व अनुशासित भारत के निर्माण में हम सबका उत्तरदायित्व आवश्यक है।

उल्लेखनीय है कि इस ‘सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल’ में एयर रेड वॉर्निंग सायरन का परीक्षण, क्रैश ब्लैकआउट अभ्यास, नागरिकों की सुरक्षित निकासी का पूर्वाभ्यास, और विद्यार्थियों व आम नागरिकों को आपात स्थिति में सुरक्षा के उपाय सिखाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही रडार स्टेशन, पावर प्लांट्स जैसी महत्त्वपूर्ण संस्थाओं को छिपाने के लिए रणनीतिक कैमोफ्लाज तकनीकों का अभ्यास भी कराया जाएगा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मानती है कि राष्ट्रीय सुरक्षा केवल हमारी सेना की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक विशेषकर युवा वर्ग का साझा उत्तरदायित्व भी है।

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