अमरनाथ यात्रा के 5वें दिन बुधवार को 18,000 से अधिक तीर्थयात्रियों ने पवित्र गुफा के दर्शन किए जबकि 6,554 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था गुरुवार को जम्मू से घाटी के लिए रवाना हुआ।

वार्षिक अमरनाथ यात्रा दक्षिण कश्मीर पहलगाम और उत्तरी कश्मीर बालटाल दोनों मार्गों से सुचारू रूप से चल रही है। अधिकारियों ने कहा कि बुधवार को 18,000 से अधिक तीर्थयात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए। उन्‍होंने कहा, “6,554 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था आज (गुरुवार को) जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से एक सुरक्षा काफिले में घाटी के लिए रवाना हुआ। अधिकारियों ने कहा, यात्रियों के आज के जत्थे में 5,053 पुरुष, 1,375 महिलाएं, 25 बच्चे, 95 साधु और 6 साध्वियां हैं।

तीर्थयात्री या तो पारंपरिक दक्षिण कश्मीर के पहलगाम मार्ग से हिमालय गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं, जिसमें पहलगाम बेस कैंप से 43 किमी की चढ़ाई होती है या उत्तरी कश्मीर के बालटाल बेस कैंप से 13 किमी की चढ़ाई होती है। पारंपरिक पहलगाम मार्ग का उपयोग करने वालों को गुफा मंदिर तक पहुंचने में 3-4 दिन लगते हैं, जबकि बालटाल मार्ग का उपयोग करने वाले लोग समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित गुफा मंदिर के अंदर ‘दर्शन’ करने के बाद उसी दिन आधार शिविर में लौट आते हैं।

दोनों मार्गों पर तीर्थयात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध हैं।

गुफा मंदिर में एक बर्फ की संरचना है जिसके बारे में भक्तों का मानना है कि यह भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है। बर्फ के स्टैलेग्माइट की संरचना चंद्रमा की कलाओं के साथ घटती और बढ़ती रहती है।

इस वर्ष की 62 दिवसीय अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई को शुरू हुई जो 31 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा उत्सव के साथ समाप्त होगी। तीर्थयात्रियों को ऊंचाई पर होने वाली बीमारियों से बचाने के लिए, अधिकारियों ने यात्रा के दोनों मार्गों पर स्थापित किए गए ‘लंगरों’ में सभी जंक फूड पर प्रतिबंध लगा दिया है।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Verified by MonsterInsights