सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार ने संघ लोक सेवा आयोग को पूर्णकालिक डीजीपी के चयन का प्रस्ताव नहीं भेजा है, जिसकी वजह से एक बार फिर कार्यवाहक डीजीपी बनाए जाने के आसार हैं। सरकार अपने पसंदीदा अफसर को कार्यवाहक डीजीपी बना सकती है, जिसके नेतृत्व में लोकसभा चुनाव संपन्न होगा। इस समीकरण में वरिष्ठता सूची में 19वें स्थान पर आने वाले डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का पलड़ा भारी माना जा रहा है। हालांकि मुकुल गोयल के बाद आनंद कुमार सबसे वरिष्ठ होने की वजह से दावेदार माने जा रहे हैं।
वरिष्ठता सूची में दसवें स्थान पर आने वाली डीजी रेणुका मिश्रा को सरकार ने भर्ती बोर्ड की अहम जिम्मेदारी दे रखी है, जो उनकी दावेदारी को मजबूत बना रही है। हालांकि उनकी सेवानिवृत्ति में अभी लंबा वक्त बाकी है। वरिष्ठता सूची में 12वें स्थान पर डीजी जेल एसएन साबत हैं, जो भाजपा सरकार में प्रयागराज कुंभ का सकुशल आयोजन करा चुके हैं।
डीजीपी विजय कुमार और डीजी एसके माथुर के साथ 31 जनवरी को दो डीआईजी भी सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इनमें डीआईजी इंटेलिजेंस लल्लन सिंह और डीआईजी पीटीसी राजकमल यादव शामिल हैं। वहीं एक फरवरी को एडीजी प्रशिक्षण तिलोत्तमा वर्मा और एडीजी विजिलेंस राजीव कृष्णा डीजी के पद पर प्रोन्नत हो जाएंगे।