ईरान की जेल में बंद नोबेल शांति पुरस्कार विजेता नरगिस मोहम्मदी की सजा एक साल बढ़ा दी गई है। नरगिस मोहम्मदी के वकील ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि मोहम्मदी की गतिविधियों को लेकर सजा बढ़ाई गई है।
मोहम्मदी के वकील मुस्तफा निली ने बताया कि उनकी मुवक्किल को व्यवस्था के खिलाफ दुष्प्रचार करने के आरोप में दोषी ठहराया गया है।
मुस्तफा निली ने बताया कि नरगिस मोहम्मदी ईरान मेंहोने वाले राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर मतदाताओं को संसदीय चुनाव का बहिष्कार करने का आग्रह किया था।
उन्होंने यूरोप के सांसदों को पत्र भेजने तथा एक अन्य ईरानी पत्रकार और राजनीतिक कार्यकर्ता को दी गई यातना के बारे में टिप्पणी भी की थी। इसके बाद ईरान ने नरगिस मोहम्मदी की सजा एक साल के लिए बढ़ा दी।
नरगिस मोहम्मदी (52) को ईरान की कुख्यात एविन जेल में रखा गया है, जहां राजनीतिक कैदियों और पश्चिमी देशों से संबंध रखने वाले लोगों को रखा जाता है। नरगिस पहले से ही 30 महीने की सजा काट रही हैं और जनवरी में उनकी सजा 15 महीने और बढ़ा दी गई।
ईरान की सरकार ने उनकी अतिरिक्त सजा को स्वीकार नहीं किया है।
उन्हें पिछले साल अक्टूबर में नोबेल पुरस्कार दिया गया था। वह नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाली 19वीं व दूसरी ईरानी महिला हैं। उनसे पहले 2003 में मानवाधिकार कार्यकर्ता शिरीन इबादी को इस सम्मान के लिए चुना गया था।
मोहम्मदी ने ईरानी अधिकारियों द्वारा कई बार गिरफ्तार किए जाने और कई साल तक जेल में रहने के बावजूद अपनी गतिविधियों को नहीं रोका है।