चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक दल सभी जातियों को लुभाने में जुटे हुए हैं। जहां एक तरफ पिछड़ों और दलितों को अपने पाले में खींचने के लिए रणनीति बनाई जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ अल्पसंख्यकों का वोट पाने के लिए भी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में सीधी जंग छिड़ी है। सूत्रों के मुताबिक, पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक (पीडीए) के नारे को लेकर चुनावी मैदान में उतरी समाजवादी पार्टी अब ब्राह्मणों को भी साधेगी। 24 दिसंबर को ब्राह्मणों के स्वाभिमान को लेकर महापंचायत का आयोजन राष्ट्रीय कार्यरत पार्टी के नाम से सपा मुख्यालय में किया जाएगा। जिसमें सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मुख्य अतिथि होंगे।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पीडीए नारे के साथ चुनावी जंग में उतरी समाजवादी पार्टी ने भी ब्राह्मणों के बीच पैठ बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। जिसके तहत 24 दिसंबर को लखनऊ में सपा मुख्यालय में ब्राह्मण महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। महापंचायत में ज्यादा से ज्यादा ब्राह्मणों को जुटाने के लिए सपा जोर शोर से जुटी है। ब्राहमण स्वाभिमान और उनके अधिकार व हक की लड़ाई के साथ नारे के साथ महापंचायत गुमनाम से राष्ट्रीय कार्यरत पार्टी के बैनर तले कराया जा रहा है। जिला स्तर पर बड़े ब्राह्मण चेहरों से संपर्क किया जा रहा है।
आपको बता दें कि विपक्ष के 142 माननीय सांसदों के निलम्बन के विरोध में यूपी की मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने भी सत्तारूढ़ भाजपा को घेरने की कोशिश की है। सपा मुखिया अखिलेश यादव के निर्देश पर पार्टी आज यानि शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के मुख्यालयों पर धरना देगी। समाजवादी पार्टी के यूपी अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने लेटर जारी कर ये जानकारी दी।