समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार पर प्रशासन की मदद से सपा समर्थकों के नाम मतदाता सूची से कटवाने का आरोप लगाते हुए पार्टी की सभी विधानसभा इकाइयों के अध्यक्षों से काटे गये नामों को दोबारा जुड़वाने को कहा। यादव ने पार्टी की सभी विधानसभा इकाइयों के अध्यक्षों से बातचीत में उन्हें यह सुनिश्चित करने की हिदायत दी कि पार्टी का हर वोट पड़े। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार और प्रशासन ने मिलकर समाजवादी पार्टी के समर्थकों के नाम मतदाता सूची से या तो कटवा दिए या दूसरे बूथों में शामिल करा दिए हैं, ताकि बहुत से मतदाता अपना वोट ही न डाल पायें।
सपा प्रमुख ने विधानसभा अध्यक्षों से कहा कि वे आगामी 22 जनवरी को प्रकाशित होने वाली मतदाता सूची में इन काटे या हटाये गये नामों को जुड़वायें। कोशिश होनी चाहिये कि किसी भी मतदाता का नाम छूटने न पाए। पार्टी का एक-एक वोट डाला जाए, यह सुनिश्चित हो। विधानसभा स्तर पर इसकी तैयारी अभी से करनी चाहिये। बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में यादव ने दावा किया कि भाजपा सरकार में अन्याय और अत्याचार चरम पर है। महंगाई, बेरोजगारी से जनता त्रस्त है। भाजपा के लोग भू-माफिया बन गए हैं जो खाली जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं। भाजपा सरकार में अधिकारी और भाजपा नेता व कार्यकर्ता मिलकर बड़े पैमाने पर जमीनों को हड़प रहे हैं। यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यकों (पीडीए) के साथ भेदभाव हो रहा है। पीडीए के बजट में कटौती नहीं होनी चाहिए। पीडीए की जितनी मदद हो सके, करनी चाहिए।