मध्य प्रदेश के इंदौर में हो रही जी20 सम्मेलन (G20 Summit) के तहत श्रम और रोजगार मंत्रियों की बैठक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि यह सौभाग्य की बात है, यह बैठक ऐसे देश में हो रही है, जिसके पास टेक्नोलॉजी को लेकर नौकरियां पैदा करने का अनुभव है।
बैठक को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम सभी को लेटेस्ट टेक्नोलॉजी और उसके उपयोग में अपने कार्यबल को कुशल बनाने की जरूरत है। पीएम ने कहा कि कौशल दिखाना और बार-बार कौशल दिखाना अपस्किलिंग भविष्य के लिए बड़ा मंत्र हैं। भारत में हमारा कौशल भारत मिशन इस वास्तविकता से जुड़ने का एक अभियान है।
#WATCH | At the G20 Labour and Employment Ministers’ Meeting, PM Narendra Modi says, “Globally, mobile workforce is going to be a reality in the future. Therefore, it is now time to globalise the development and sharing of skills in the true sense. The G20 must play a leading… pic.twitter.com/mnEwJ0ueCL
— ANI (@ANI) July 21, 2023
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोविड के दौरान भारत में फ्रंटलाइन स्वास्थ्य और अन्य श्रमिकों की ओर से किए गए अद्भुत काम ने उनके कौशल व समर्पण को दिखाया है। यह काम सेवा और करुणा की भारतीय संस्कृति को भी दर्शाता है। उन्होंने कहा कि वास्तव में भारत दुनिया के लिए कुशल कार्यबल के सबसे बड़े प्रदाताओं में से एक बनने की क्षमता रखता है।
पीएम बोले कि वैश्विक स्तर पर मोबाइल वर्किंग भविष्य में एक वास्तविकता बनने जा रही है। इसलिए, अब सही अर्थों में कौशल के विकास और साझाकरण को वैश्विक बनाने का समय आ गया है। G20 सदस्यों को इसमें अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए। पीएम ने कहा कि मैं कौशल और योग्यता आवश्यकताओं से व्यवसायों के अंतरराष्ट्रीय संदर्भ को शुरू करने के प्रयासों की सराहना करता हूं।