प्रदेश के युवाओं को नशे के आगोश में धकेलने वाले मादक पदार्थों के सौदागरों पर योगी सरकार कहर बनकर बरस रही है। पिछले कुछ वर्षों में अवैध नशे के सौदागरों पर ताबड़तोड़ योगी सरकार द्वारा की गई कार्रवाई ने उनकी कमर तोड़ के रख दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सीधी मॉनिटरिंग का ही असर है कि वर्ष 2020 से लेकर अक्टूबर 2023 तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में छापेमारी कर 2 लाख 41 हजार किलोग्राम से अधिक अवैध मादक पदार्थ जब्त किया गया।
इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1400 करोड़ से अधिक कीमत आंकी गयी है। वहीं 40 हजार से अधिक मुकदमे दर्ज कर 45 हजार से अधिक सौदागरों को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है। योगी सरकार द्वारा अवैध नशे के सौदागरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई से न केवल प्रदेश में अवैध नशे के कारोबार में भारी गिरावट दर्ज की गई है बल्कि इससे होने वाले अपराध पर भी लगाम लगी है।
एडीजी क्राइम एस के भगत ने बताया कि सीएम योगी के निर्देश पर ताबड़तोड़ कार्रवाई में तीन साल 10 माह में कुल 2,41,431 किलोग्राम अवैध मादक पदार्थ जब्त किया गया है। इसमें 1,94,346 किलोग्राम गांजा, 40,359 किलोग्राम डोडा (पोस्ता तृण), 2,032 किलोग्राम अफीम, 3,518 किलोग्राम चरस, 984 किलोग्राम हेरोइन (स्मैक), 186 किलोग्राम मारफीन और 3.82 किलोग्राम कोकीन शामिल है। वहीं एनडीपीएस एक्ट के तहत अवैध नशे के सौदागरों के खिलाफ कुल 40,929 मुकदमे दर्ज कर कुल 45,8,23 लोगों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे धकेला गया। साथ ही धारा 68 (ई) व (एफ) के तहत हापुड़ व मथुरा में संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई की गई।
उन्होंने बताया कि नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए गठित एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने अक्टूबर-23 तक 9349.93 किलोग्राम अवैध मादक पदार्थ जब्त किया है। इसमें 43 किलोग्राम मार्फिन, 4.85 किलोग्राम हेरोइन (स्मैक), 79.22 किलोग्राम चरस, 35.89 किलोग्राम अफीम, 5965.15 किलोग्राम डोडा (पोस्ता तृण) और 3259.92 किलोग्राम गांजा शामिल है।
वहीं एएनटीएफ ने एनडीपीएस एक्ट के तहत 71 मुकदमे दर्ज कर 187 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा एएनटीएफ ने प्रदेश में संचालित तीन अवैध मादक पदार्थों के कारखानों को ध्वस्त किया है। इसमें 2 आगरा और एक बरेली का कारखाना शामिल है।