हिंदू नेता सचिन सिरोही के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया गया। सचिन ने मेरठ प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि ईद उल अजहा की नमाज सड़क पर पढ़ी गई तो उन्होंने हनुमान चालीसा और सुन्दरकांड का पाठ सड़क पर पढ़ने के लिए कहा था। सचिन की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने दबिश दी। लेकिन वें नहीं मिला।
मंगलवार को बैजल भवन में हिंदू संगठन के नेता सचिन सिरोही ने बैठक का आयोजन किया था। जिसमे अलग-अलग क्षेत्रों से आए कार्यकर्ता मौजूद रहे थे। इसके बाद सचिन सिरोही ने प्रेसवार्ता कर मेरठ प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहां था कि ईद उल अजहा पर दिल्ली रोड स्थित ईद गाह पर नमाज पढ़ी जाती हैं। दूसरे समुदाय के लोगों की संख्या ज्यादा होने की वजह से ईदगाह से तकरीबन दो किलोमीटर तक लोग सड़क पर आ जाते हैं।
इसी वजह से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था भी बिगड़ जाती है। हिंदुओं की सरकार होने के बावजूद प्रशासन की लापरवाही की वजह से सड़क पर नमाज पढ़ी जा रही है। यदि इस बार भी सड़क पर नमाज पढ़ी गई तो हिंदू संगठन के कार्यकर्ता हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ भी सड़क पर करेंगे।
सिविल लाइन थाने में सचिन सिरोही के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद दबिश दी गई। पुलिसकर्मियों के साथ महिला पुलिसकर्मी नहीं थी। सचिन की पत्नी वर्षा सिरोही ने पुलिस कर्मियों का विरोध किया।