यूपी पुलिस ने हाथरस में एक ‘सत्संग’ के दौरान हुई भगदड़ के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को गिरफ्तार कर लिया गया है। हाथरस भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई थी, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे भी थे।
इस घटना में पुलिस ने एफआईआर (FIR) में मुख्य सेवादार मधुकर को मुख्य आरोपी बनाया है।
बता दें कि मधुकर के बारे में सूचना देने वाले को एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई थी।
भगदड़ के सिलसिले में पुलिस ने छह लोगों की गिरफ्तारी के एक दिन बाद मधुकर को भी गिरफ्तार कर लिया। ये सभी छह लोग सत्संग आयोजन समिति के सदस्य थे।
हाथरस में भगदड़ 2 जुलाई को स्वयंभू संत और उपदेशक नारायण साकार हरि उर्फ ’भोले बाबा’ के सत्संग के दौरान हुई थी।
पुलिस ने एफआईआर के अनुसार, कार्यक्रम में 2.50 लाख से अधिक लोग शामिल हुए थे, जबकि प्रशासन ने केवल 80 हजार लोगों को ही अनुमति दी थी।
एफआईआर के अनुसार, सत्संग आयोजकों ने बाबा के अनुयायियों की चप्पलें और अन्य सामान पास के खेतों में फेंक कर कार्यक्रम में मौजूद लोगों की वास्तविक संख्या को छिपाने की कोशिश की।
ऐसा बताया जा रहा है कि भगदड़ तब मची जब कई श्रद्धालु उपदेशक के पैरों की मिट्टी लेने के लिए दौड़े थे। उनका मानना था कि इससे उनकी सभी बीमारियां ठीक हो सकती हैं।