हाथरस में एक सत्संग के दौरान भगदड़ हादसे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को लेकर प्रेस वार्ता की। उन्होंने ये घटना बड़ी दुखद है। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। ज्यूडिशियल इंक्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं। आयोजकों को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। घटना की हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज से कराई जाएगी।
हाथरस के सिकंदराराऊ में मंगलवार को भोले बाबा के सत्संग कार्यक्रम में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री ने तीन मंत्रियों की टीम और मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेशक को तत्काल हाथरस के लिए रवाना किया था। साथ ही घटना की जांच के लिए आगरा जोन की अपर पुलिस महानिदेशक और अलीगढ़ के मंडलायुक्त की समिति बनाते हुए 24 घंटे में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजन को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि देने का भी ऐलान किया था। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के मुताबिक मुख्यमत्री हाथरस जिला अस्पताल पहुंचे और घायलों और उनके परिजनों से बात की। वह हर एक बिस्तर पर जाकर घायलों से मिले और पूरी घटना के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों से भी घायलों की स्थिति के विषय में जाना और समुचित उपचार के निर्देश भी दिये।
आदित्यनाथ मृतकों के परिजनों से भी मिले और उनके साथ हुए हादसे के बारे में जानकारी ली और उनके प्रति संवेदना प्रकट की। घायलों से मिलने के बाद मुख्यमंत्री बारिश के बीच हाथरस के सिकंदराराऊ में उस स्थान पर भी पहुंचे, जहां मंगलवार को भगदड़ में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। इससे पहले, घटना की प्रत्यक्षदर्शी और ड्यूटी पर तैनात महिला कांस्टेबल ने मुख्यमंत्री को पूरी घटना के बारे में बताया। उसने बताया कि भगदड़ मचने के बाद लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरते चले गए। खासतौर पर बड़ी संख्या में महिलाएं भगदड़ का शिकार बनीं।
मुख्यमंत्री के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, सरकार में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, असीम अरुण और संदीप सिंह के साथ ही स्थानीय विधायक, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा था, “हमारी सरकार इस घटना की तह तक जाएगी और साजिशकर्ताओं और जिम्मेदार लोगों को उचित सजा देगी। राज्य सरकार इस पूरी घटना की जांच कर रही है। हम देखेंगे कि यह दुर्घटना है या साजिश।” उन्होंने इस दुखद घटना पर राजनीति करने वाले दलों पर भी निशाना साधा और कहा, “ऐसी घटना पर राजनीति करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। यह पीड़ितों के जख्मों पर मरहम लगाने और पीड़ितों के प्रति सहानुभूति जताने का समय है। सरकार इस मामले में संवेदनशील है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।” हाथरस जिले के फुलरई गांव में मंगलवार को नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध भोले बाबा के कार्यक्रम में लाखों श्रद्धालु जुटे थे। इस दौरान मची भगदड़ में 121 श्रद्धालुओं की मौत हो गई।