हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ रहे हैं। नतीजों ने तमाम अटकलों को खारिज करते हुए भाजपा जबरदस्त जीत हासिल करती हुई दिखाई दे रही है। इन सबके बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस जीत के लिए नायब सिंह सैनी को बधाई दी है। नायब सिंह सैनी ने अपने बयान में कहा कि मैं लाडवा की जनता और हरियाणा की 2.80 करोड़ आबादी को धन्यवाद देना चाहता हूं। इस जीत का श्रेय पीएम मोदी को जाता है। हरियाणा की जनता ने पीएम मोदी की नीतियों पर मुहर लगा दी है।
सैनी ने कहा कि मैं प्रमाणपत्र लेने जाऊंगा और फिर ज्योतिसर मंदिर में भगवान कृष्ण की पूजा करूंगा। हरियाणा की 2.80 करोड़ जनता ने इस सरकार को चुना है और हम पीएम मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ेंगे। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने साफ तौर पर कह दिया है कि एक मोदी सब पर भारी हैं। उन्होंने कहा कि हम ‘एक मोदी सब पर भारी’ के नतीजे देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा के लोगों ने उन्हें (राहुल गांधी) सबक सिखा दिया है।’ उन्हें राहुल गांधी के बयानों पर नहीं बल्कि पीएम मोदी पर भरोसा है। सभी किसान और पहलवान हमारे साथ हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि हमने जम्मू-कश्मीर में भी कांग्रेस पार्टी को हराया है। वे भाजपा के सामने कहीं नहीं टिकते। उन्होंने (राहुल गांधी) फारूक अब्दुल्ला का समर्थन किया। बवानी खेड़ा विधानसभा सीट से बीजेपी के प्रमुख उम्मीदवार कपूर सिंह ने कहा कि मैं जीत गया हूं क्योंकि लोगों ने मुझे अपना समर्थन दिया है। लोगों ने साबित कर दिया है कि जो काम करता है वह कभी नहीं हारता। उन्होंने कहा कि मैं लोगों के बीच रहा हूं…लोगों ने मुझे अपना आशीर्वाद दिया है। जैसे ही भाजपा की सरकार बनी जनता ने केंद्र में तीसरी बार, हरियाणा में भी तीसरी बार भाजपा की सरकार बनाने का मन बना लिया है।
देश की राजधानी के लुटियंस इलाके में 24 अकबर रोड स्थित कांग्रेस के मुख्यालय पर मंगलवार की सुबह पटाखे छोड़ते, ढोल नगाड़े बजाते और जलेबियां बांटते हुए जश्न का आगाज हुआ, लेकिन दोपहर होते-होते वहां सन्नाटा पसर गया क्योंकि मुख्य विपक्षी पार्टी हरियाणा में जीत से हार की तरफ बढ़ चली थी। हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत तय मानकर चल रहे पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए नतीजे स्तब्ध करने वाले थे और कुछ कार्यकर्ताओं के लिए यह पचा पाना मुश्किल था कि कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी के मुकाबले लगातार तीसरी बार हार गई।