झारखंड के हटिया विधानसभा क्षेत्र में 35 वर्षीय ट्रांसजेंडर उम्मीदवार नगमा रानी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नवीन जायसवाल और कांग्रेस के अजय नाथ शाहदेव को टक्कर देती नजर आएंगी।

नगमा रानी ने उच्च शिक्षा एवं रोजगार के लिए युवाओं के संघर्ष और गरीबों की “निराशाजनक” स्थिति को देखते हुए राजनीति की दुनिया में कदम रखने का फैसला लिया और 23 अक्टूबर को एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नगमा ने कहा, “हम सड़कों पर समय गुजारते हैं और घरों का दौरा करते हैं। मुझे निम्न-आय पृष्ठभूमि के युवाओं को उच्च शिक्षा और नौकरियों के लिए संघर्ष करते देख दुख होता है। निर्वाचन क्षेत्र में बुनियादी ढांचे या स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए कोई महत्वपूर्ण काम नहीं किया गया है। इन्हीं चीजों ने मुझे राजनीति की दुनिया में कदम रखने और बदलाव लाने के लिए प्रेरित किया।” मूल रूप से बिहार की रहने वाली नगमा की रांची में पली-बढ़ीं। नगमा ने कहा, “ट्रांसजेंडर होने के कारण मेरे माता-पिता ने बचपन में ही मुझे त्याग दिया था। इसके बाद मेरी गुरु संगीता नाग किन्नर ने रांची में मेरा पालन-पोषण किया।” बिहार के मगध विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातक नगमा बिहार पुलिस में शामिल होना चाहती थीं।

नगमा ने बताया, “मैंने कांस्टेबल पद के लिए आवेदन किया था, लेकिन मेरी उम्र के कारण इसे खारिज कर दिया गया। उस समय, फॉर्म में ट्रांसजेंडर उम्मीदवारों के लिए अलग श्रेणी नहीं थी।” नगमा ने कहा, “मुझे पढ़ना-लिखना पसंद था, लेकिन सामाजिक बाधाओं के कारण मैं नियमित कक्षाओं में शामिल नहीं हो पाई। मैंने 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम के माध्यम से पूरी की।” नगमा पिछले कई वर्षों से समाज सेवा कर रही हैं और वह अपनी आय का एक बड़ा हिस्सा लोगों की मदद के लिए दान करती हैं। उन्होंने कहा, “अगर मैं जीतती हूं, तो मैं न केवल निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए काम करूंगी, बल्कि यह भी सुनिश्चित करूंगी कि झारखंड के योग्य छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए राज्य से बाहर न जाना पड़े।” भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों के साथ अपनी प्रतिस्पर्धा के बारे में नगमा ने कहा कि निर्वाचन क्षेत्र के लोगों ने पिछले कुछ वर्षों में दोनों राष्ट्रीय दलों का काम देखा है। उन्होंने कहा, “समुदाय से भारी समर्थन और प्रोत्साहन मिलने के बाद मैंने उनके (भाजपा और कांग्रेस उम्मीदवारों) खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया। मैं अपने लिए नहीं, बल्कि क्षेत्र के लोगों के लिए चुनाव लड़ रही हूं।” वहीं, हटिया निर्वाचन क्षेत्र में कुल 4,46,372 मतदाता हैं, जिनमें 23 ट्रांसजेंडर शामिल हैं।

बता दें कि हटिया झारखंड की उन 43 विधानसभा सीट में शामिल है, जहां 13 नवंबर को पहले चरण में मतदान होना है। इस चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुक्रवार को समाप्त हो गई। हटिया सीट से कुल 30 प्रत्याशियों ने पर्चा भरा।

 

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