समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर समाजवादी पार्टी के अंदर ही घमासान मचा हुआ है। सपा नेता मनोज पांडेय द्वारा स्वामी प्रसाद मौर्य पर जुबानी हमला बोला गया है।
सपा नेता मनोज पांडेय ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके अनर्गल बयानों को लेकर पार्टी द्वारा उन्हें कई बार हिदायत दी जा चुकी है। लेकिन विक्षिप्त आदमी जब नहीं सुन रहा तो उसके लिए कोई कुछ नही कर सकता।
वहीं अयोध्या धाम को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि भारत में रहने वाले हर सनातनी का, हर हिंदू का सब धाम है। उन्होंने कहा कि जो आस्था रखता है, धाम उसका ही है। उन्होंने कहा कि धाम किसी की विरासत नहीं हुआ करती है।
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि धर्म हमारे आस्था का विषय है, इस पर कोई समझौता नहीं होना चाहिए। किसी का किसी धर्म में, किसी की किसी जाति में हो लेकिन धर्म हमारे आस्था का विषय है। उससे कोई समझौता नहीं की जा सकती है।
परंतु रोजी-रोटी और जीवन यापन देना भी राजा का काम है। प्रजातंत्र और लोकतंत्र में एक चुनी हुई सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है कि देश में रहने वाले हर जाति धर्म और भाषा को न्याय दें। उनके पेट में रोटी पहुंचे, उन्हें रोजगार मिले, उन्हें सम्मान मिले। भारत के संविधान के अनुसार समता और समरसता मिले यह उनकी जिम्मेदारी है।
दरअसल, समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामलाल के प्राण प्रतिष्ठा पर सवाल उठाया गया था। उन्होंने कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी का कार्यक्रम था। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जाते समय करोड़ों लोगों को रोक दिया गया था। इसके अलावा उन्होंने सवाल किया था कि क्या भगवान राम निर्जीव हो गए थे जो उनका प्राण प्रतिष्ठा करना पड़ा।