बिहार में स्मार्ट बिजली मीटर को लेकर सियासत तेज हो गई है। नीतीश सरकार पर राष्ट्रीय जनता दल और तेजस्वी यादव आक्रामक हैं। तेजस्वी यादव लगातार स्मार्ट बिजली मीटर को चीटर बता रहे हैं और ऐलान किया है कि वह और उनकी पार्टी पहली अक्टूबर से राज्य में स्मार्ट मीटर के खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे। अपने एक्स पोस्ट में तेजस्वी ने लिखा कि बिहार में स्मार्ट मीटर नहीं स्मार्ट चीटर लगा दिया गया है। स्मार्ट मीटर में गड़बड़ी एवं बिजली के बढ़ते बिलों के खिलाफ 1 अक्टूबर से राष्ट्रीय जनता दल आंदोलन करेगा।
तेजस्वी के इस ऐलान पर भाजपा और राज्य सरकार उनपर हमलावर हो गई है। तेजस्वी यादव के ट्वीट पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि स्वाभाविक है। उनके (तेजस्वी यादव) प्रदेश अध्यक्ष के घर में जब 17% कम बिल आ रहा है तो प्रमाण देना चाहिए न कि कहां गड़बड़ी है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट तौर पर बिजली विभाग का मामला है। बिजली विभाग को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्देशित किया है कि कहीं भी कोई गड़बड़ हो तो तुरंत जनता को सहयोग करें।
वहीं, मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि ट्वीट करने के अलावा वे करते ही क्या हैं?… उन्हें बिहार से कोई मतलब नहीं रहता है, बिहार के मुद्दों की समझ नहीं है। वे(RJD) लोग विकास के नाम से चिढ़ते हैं… किसी भी क्षेत्र में जब विकास होता है तो उसमें उन्हें कमी दिखती है। उन्होंने कहा कि जब भारत सरकार ने बिहार के लिए 60,00 करोड़ रुपये बजट में दिए तो वे लोग कितने आग बबूला हो गए थे। जब भी कोई विकास का काम होता दिखता है या सरकार लोकप्रिय होती दिखती है तो इनका काम विरोध करना हो जाता है और कहीं किसी कमरे में बैठकर वे (तेजस्वी यादव) ट्वीट कर देते हैं।
इससे पहले तेजस्वी यादव ने समस्तीपुर में अपनी कार्यकर्ता संवाद यात्रा के दूसरे दिन 2025 के विधानसभा चुनाव में सत्ता में आने पर उपभोक्ताओं को 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनी तो 200 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे। डबल इंजन सरकार और दशकों के बीजेपी/एनडीए शासन के बावजूद देश में सबसे महंगी बिजली बिहार में मिलती है। बिहार की जनता महंगी बिजली बिल और स्मार्ट मीटर की गड़बड़ी से त्रस्त है।