मुस्कान और साहिल से पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि साहिल आत्मा और पारलौकिक शक्तियों में यकीन करता था। मुस्कान भी साहिल को इसी तरह की बातों का हवाला देकर अपने साथ मिलाए थी।मुस्कान, साहिल को भगवान शंकर और खुद को पार्वती बताती थी। जिस कैब चालक के साथ हिमाचल घूमने दोनों गए थे, उसके बयान में भी ये बात सामने आई है।
कैब चालक ने पुलिस को बताया मुस्कान ने साहिल के लिए जो बर्थडे केक मंगवाया था, उस पर नाम शंकर लिखवाने को कहा था। मुस्कान ने अपनी मां और भाई के नाम से दो फर्जी स्नैपचैट आईडी बनाई हुई थी। इन दोनों आईडी से मुस्कान स्नैपचैट पर मैसेज करती, जिनमें साहिल की तारीफ लिखी होती थी। इन मैसेज को साहिल को दिखाकर मुस्कान ये दिखाने का प्रयास करती थी परिजनों को मेलजोल से आपत्ति नहीं है।
कभी कभी अपने भाई के नाम से बनाई स्नैपचैट आईडी से मुस्कान ऐसे मैसेज करती थी भाई के अंदर साहिल की दिवंगत मां की आत्मा आ गई है और वह बातचीत कर रही है। इन मैसेज में मुस्कान खुद लिखती थी कि साहिल और मुस्कान की जोड़ी अच्छी है और मैं परलोक में बहुत खुश हूं। इनमें से एक मैसेज में साहिल और मुस्कान को यह बात भी लिखी थी अब सौरभ का वध कर दो। इसके बाद साहिल भी सौरभ की हत्या की प्लानिंग में शामिल हो गया। इस परालौकिक और माइंड वॉश की कहानी के बीच मुस्कान अपने प्रेमी साहिल को शंकर कहकर बुलाती थी।
साहिल ने बताया कि मुस्कान खुद को पार्वती और उसे शंकर कहती थी। इस बात पर कैब चालक अजब सिंह ने भी पुलिस पूछताछ में मुहर लगा दी है। अजब सिंह 14 दिन तक मुस्कान और साहिल के साथ रहा और शिमला, मनाली और कसौल लेकर गया था। अजब सिंह ने बताया कि 11 मार्च को साहिल का जन्मदिन था। मुस्कान ने व्हाट्सएप पर वॉयस मैसेज भेजकर केक लाने के लिए कहा था और केक पर शंकर नाम लिखवाने को कहा था।