रक्षा मंत्रालय ने भारतीय सेना को मजबूत और मारक क्षमता बढ़ाने के लिए बड़ा फैसला किया है। इसके लिए उन्होंने 2800 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। रक्षा मंत्रालय ने सेना को सशक्त बनाने के लिए 6400 रॉकेट खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
रक्षा मंत्रालय ने पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर प्रणाली के लिए करीब 6400 रॉकेट खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। 2800 करोड़ रुपये से 6400 रॉकेट खरीदे जाएंगे। रक्षा मंत्रालय की मंजूरी से अब रॉकेट की खरीदारी की जाएगी। इसके साथ ही भारतीय सेना की ताकत बढ़ जाएगी।
रक्षा मंत्रालय की रक्षा अधिग्रहण परिषद की हालिया बैठक में दो प्रकार के इन रॉकेटों के अधिग्रहण के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। इसे एरिया डेनियल म्यूनिशन टाइप-2 और टाइप-3 के नाम से जाना जाता है। बताया गया कि भारतीय सेना द्वारा रॉकेट केवल स्वदेशी स्रोतों से खरीदे जाएंगे और दो मुख्य दावेदारों में सोलर इंडस्ट्रीज की इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव लिमिटेड और म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड शामिल हैं।
भारत निर्मित पिनाका हथियार प्रणाली का नाम भगवान शिव के धनुष के नाम पर रखा गया है। पिनाका हथियार प्रणाली को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन द्वारा विकसित किया गया है। इस हथियार प्रणाली को आर्मेनिया सहित विदेशी देशों में निर्यात किया गया है। परियोजना में शामिल निजी क्षेत्र की कंपनियों में लार्सन एंड टुब्रो, टाटा डिफेंस और इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव लिमिटेड शामिल हैं।
सेना को पिनाका एमबीआरएल की 22 रेजिमेंटों की आवश्यकता है। पिनाका रॉकेट का परीक्षण हाल ही में राजस्थान के पोखरण फायरिंग रेंज में भी किया गया है और इन परीक्षणों के दौरान कई सफल परीक्षण किए गए हैं।