उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में सीबीआई के छापे से हड़कंप मच गया। सीबीआई की लखनऊ शाखा को एनएचएआई मैनेजर (तकनीकी) वृजेंद्र सिंह के खिलाफ धन उगाही करने की शिकायत मिली थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपी मैनेजर पेट्रोल पंप की एनओसी देने सहित कई अन्य मामलों में लोगों से धनउगाही करता है। इसके बाद सीबीआई ने उसे ट्रैप किया। इसके बाद सीबीआई की टीम गोरखपुर स्थित एनएचएआई के कार्यालय पहुंची और विजेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के गोरखपुर स्थित कार्यालय मे सीबीआई लखनऊ की टीम ने छापा मारकर परियोजना निदेशक के मैनेजर (तकनीकी) वृजेंद्र सिंह को हिरासत में लिया है। पूछताछ के लिए टीम उन्हें लखनऊ ले गई है। कार्रवाई बुधवार की दोपहर करीब 3 बजे की बताई जा रही है।
सीबीआइ टीम तारामंडल स्थित एनएचएआई के कार्यालय पहुंची। इस दौरान टीम ने एनएचएआइ मैनेजर (तकनीकी) के पास मिले दस्तावेज को कब्जे में लिया। पूछताछ के बाद वृजेंद्र के सहारा स्टेट स्थित आवास पर पहुंची। जहां करीब 3:30 लाख रूपये नगदी और एक डायरी मिली।
बताया जा रहा है कि तमकुही राज नगर पंचायत के वार्ड नंबर दो यशोधरा नगर, हरिहरपुर के धनंजय राय को 03 जुलाई, 2023 को आईओसीएल का पेट्रोल पंप आवंटित हुआ। 18 सितंबर 2023 को उन्होंने एनओसी के लिए आवेदन किया। आरोप है कि वृजेंद्र सिंह ने एनओसी के बदले डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत मांगी। इसकी शिकायत धनंजय ने सीबीआई की लखनऊ शाखा में की थी।
सीबीआई ने पहले वृजेंद्र सिंह का ट्रैप किया। इसके बाद 03 जुलाई, 2024 को मुकदमा दर्ज करने के बाद टीम बुधवार को गोरखपुर पहुंच गई। सीबीआई टीम एनएचएआई कार्यालय पर जांच के बाद वृजेंद्र के घर गई। जहां सुबह उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार सुबह टीम उन्हें लखनऊ ले गई।