उत्तर प्रदेश में गौतम बुद्ध नगर की पुलिस ने 15 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक जनपद में धारा 144 लगा दी है। इस दौरान बिना अनुमति के कोई सभा/कार्यक्रम करने और जुलूस निकालने पर प्रतिबंध रहेगा। एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि नवरात्रि से पहले जारी इस आदेश के अनुसार पुलिस की अनुमति लिए बिना सार्वजनिक स्थान पर नमाज, पूजा या किसी अन्य धार्मिक गतिविधियां नहीं की जा सकेंगी। उन्होंने बताया कि विवादास्पद स्थान पर पूजा और नमाज सहित धार्मिक गतिविधियों की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि 15 अक्टूबर से शुरू हो रहे नवरात्रि के अलावा 23 अक्टूबर को महाराजा अग्रसेन जयंती, 24 अक्टूबर के दशहरा और 28 अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि जयंती है, जबकि 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल और आचार्य नरेंद्र देव की जयंती है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उनका कहना था कि इसके अतिरिक्त गौतम बुद्ध नगर में सरकार विभिन्न आयोग/परिषदों आदि द्वारा समय-समय पर विभिन्न परीक्षाएं आयोजित की जाती है, जिसकी सूचना नियत तिथि से थोड़ा पहले दी जाती है ,जबकि धरना प्रदर्शन आदि विभिन्न कार्यक्रम भी अक्सर होते रहते हैं। उन्होंने कहा कि उपरोक्त के मद्देनज़र असामाजिक तत्वों द्वारा शांति भंग करने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। उनका कहना था कि वर्तमान में विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ताओं, भारतीय किसान संगठनों और विभिन्न प्रदर्शनकारियों के विरोध प्रदर्शन के कारण शांति भंग हो सकती है। उन्होंने कहा की धारा 144 का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शारदीय नवरात्रि के शुभ अवसर पर प्रदेशवासियों को आज हार्दिक शुभकामनाएं दीं । मुख्यमंत्री ने जारी संदेश में कहा कि भारत की सनातन धर्म की परम्परा में मां दुर्गा की उपासना का प्राचीन काल से ही अत्यधिक महत्व है। मां दुर्गा शक्ति की अधिष्ठात्री देवी हैं। इनके अनन्त रूप हैं लेकिन प्रधान 9 रूपों में नवदुर्गा बनकर आदिशक्ति चराचर जगत पर अपनी करुणा की वर्षा करती हैं। उन्होंने कहा कि नवरात्रि का कार्यक्रम मातृशक्ति के प्रति भारत के भावना का प्रभावी प्रतिनिधित्व करता है। आइए, इस अवसर पर आध्यात्मिक साधना के साथ ही नारी गरिमा की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के प्रतीक स्वरूप ‘‘मिशन शक्ति” चतुर्थ संस्करण को सफल बनाएं।”